गरीबों की आत्मा दुखी होगी तो आप फल-फूल नहीं पायेंगे: गरीबों के इलाज की व्यवस्था भी जरूर करें:- मुख्यमंत्री
पटना, 12 दिसम्बर 2014:- गरीबों की आत्मा दुखी होगी तो आप फल-फूल नहीं पायेंगे, गरीबों के इलाज की व्यवस्था भी जरूर करें। उनकी दुआयें लें और उनके बीच यह एहसास पहुॅचायें कि उनके लिये भी समाज को दर्द है और उनके लिये सब कोई कुछ न कुछ करने का जज्बा रखता है। आज मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माॅझी मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा मुहल्ले में 125 बेड के नये पाॅच मंजिला मल्टी स्पेषयलिटी प्रसाद हाॅस्पीटल का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर कर रहे थे। इस अस्पताल के निर्माण पर 5.5 करोड ़रूपये की लागत आयी है। 1.5 करोड़ रूपये के आधुनिक चिकित्सकीय उपकरण लगाये गये हैं। अस्पताल में महानगर स्तर के आॅपरेषन थियेटर एवं आई0सी0यू0 सुविधा सृजित की गयी है। जेनरल वार्ड में 60 बेड, आई0सी0यू0 में 20 एवं इमरजेंसी वार्ड में 5 बेड की सुविधा उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के मरीजों को असाध्य बीमारियों की इलाज के लिये दिल्ली, कोलकाता, मुम्बई की दौड़ लगानी पड़ती है। निजी क्षेत्र में भी स्तरीय अस्पतालों की यहाॅ पर बड़ी आवष्यकता है। निजी क्षेत्र में अच्छे स्तरीय अस्पतालों के हो जाने से राज्य से बाहर इलाज के लिये मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बजट का बड़ा अंष हम चिकित्सा सेवा पर खर्च कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार कर रहे हैं। हम जो कुछ भी कहते हैं, वह सुधार की भावना से कहते हैं। हमारे चिकित्सक निजी क्षेत्र के अस्पतालों से सीख लें और अपनी कमजोरियों को समाप्त करने का प्रयास करें। सरकारी अस्पतालों में प्रषासनिक सुधार लाये जाने की जरूरत है। निजी क्षेत्र के अस्पतालों के वर्किंग को देख कर सरकारी क्षेत्रों के अस्पतालों में भी सुधार आयेगा, स्पद्र्धा की भावना जगेगी। मेरा प्रयास है कि सरकारी क्षेत्रों के अस्पतालों में भी निजी क्षेत्रों के अस्पतालों की तरह बेहतर व्यवस्था रहे, इसके लिये हम काफी कुछ कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रसाद हाॅस्पीटल के प्रबंधकों से अनुरोध किया कि वे यहाॅ पर डायलिसिस की सुविधा यथाषीघ्र प्रारंभ करें, इसकी बहुत जरूरत है। उन्होंने कहा कि पटना के कई सरकारी अस्पतालों में डायलिसिस की सुविधा प्रारंभ हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हम इस अस्पताल को भी सरकार की स्वीकृत सूची (इनलिस्ट) में डालेंगे। जो भी मदद की जरूरत होगी, वह करेंगे। उन्होंने अस्पताल के मालिकों से अपील किया कि वे गरीबों के लिये कुछ सीट निष्चित रूप से आरक्षित रखें और उन्हें निःषुल्क या सस्ती सुविधायें सुलभ करायें। इस पर प्रसाद हाॅस्पीटल के मुख्य महाप्रबंधक ने सूचना दी कि उन्होंने अस्पताल के पाॅच बेड को गरीबों के लिये सुरक्षित कर रखा है और उनका प्रयास है कि उनका हाॅस्पीटल उन्नत और सस्ती चिकित्सा सुविधा लोगों को सुलभ कराये, किफायती दरों पर लोगों का इलाज हो।
इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक श्री उपेन्द्र प्रसाद ने मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर परिवहन मंत्री श्री रमई राम, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री श्री महाचन्द्र प्रसाद सिंह, सांसद श्री अनिल कुमार सहनी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
पटना, 12 दिसम्बर 2014:- गरीबों की आत्मा दुखी होगी तो आप फल-फूल नहीं पायेंगे, गरीबों के इलाज की व्यवस्था भी जरूर करें। उनकी दुआयें लें और उनके बीच यह एहसास पहुॅचायें कि उनके लिये भी समाज को दर्द है और उनके लिये सब कोई कुछ न कुछ करने का जज्बा रखता है। आज मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माॅझी मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा मुहल्ले में 125 बेड के नये पाॅच मंजिला मल्टी स्पेषयलिटी प्रसाद हाॅस्पीटल का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर कर रहे थे। इस अस्पताल के निर्माण पर 5.5 करोड ़रूपये की लागत आयी है। 1.5 करोड़ रूपये के आधुनिक चिकित्सकीय उपकरण लगाये गये हैं। अस्पताल में महानगर स्तर के आॅपरेषन थियेटर एवं आई0सी0यू0 सुविधा सृजित की गयी है। जेनरल वार्ड में 60 बेड, आई0सी0यू0 में 20 एवं इमरजेंसी वार्ड में 5 बेड की सुविधा उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के मरीजों को असाध्य बीमारियों की इलाज के लिये दिल्ली, कोलकाता, मुम्बई की दौड़ लगानी पड़ती है। निजी क्षेत्र में भी स्तरीय अस्पतालों की यहाॅ पर बड़ी आवष्यकता है। निजी क्षेत्र में अच्छे स्तरीय अस्पतालों के हो जाने से राज्य से बाहर इलाज के लिये मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बजट का बड़ा अंष हम चिकित्सा सेवा पर खर्च कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार कर रहे हैं। हम जो कुछ भी कहते हैं, वह सुधार की भावना से कहते हैं। हमारे चिकित्सक निजी क्षेत्र के अस्पतालों से सीख लें और अपनी कमजोरियों को समाप्त करने का प्रयास करें। सरकारी अस्पतालों में प्रषासनिक सुधार लाये जाने की जरूरत है। निजी क्षेत्र के अस्पतालों के वर्किंग को देख कर सरकारी क्षेत्रों के अस्पतालों में भी सुधार आयेगा, स्पद्र्धा की भावना जगेगी। मेरा प्रयास है कि सरकारी क्षेत्रों के अस्पतालों में भी निजी क्षेत्रों के अस्पतालों की तरह बेहतर व्यवस्था रहे, इसके लिये हम काफी कुछ कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रसाद हाॅस्पीटल के प्रबंधकों से अनुरोध किया कि वे यहाॅ पर डायलिसिस की सुविधा यथाषीघ्र प्रारंभ करें, इसकी बहुत जरूरत है। उन्होंने कहा कि पटना के कई सरकारी अस्पतालों में डायलिसिस की सुविधा प्रारंभ हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हम इस अस्पताल को भी सरकार की स्वीकृत सूची (इनलिस्ट) में डालेंगे। जो भी मदद की जरूरत होगी, वह करेंगे। उन्होंने अस्पताल के मालिकों से अपील किया कि वे गरीबों के लिये कुछ सीट निष्चित रूप से आरक्षित रखें और उन्हें निःषुल्क या सस्ती सुविधायें सुलभ करायें। इस पर प्रसाद हाॅस्पीटल के मुख्य महाप्रबंधक ने सूचना दी कि उन्होंने अस्पताल के पाॅच बेड को गरीबों के लिये सुरक्षित कर रखा है और उनका प्रयास है कि उनका हाॅस्पीटल उन्नत और सस्ती चिकित्सा सुविधा लोगों को सुलभ कराये, किफायती दरों पर लोगों का इलाज हो।
इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक श्री उपेन्द्र प्रसाद ने मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर परिवहन मंत्री श्री रमई राम, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री श्री महाचन्द्र प्रसाद सिंह, सांसद श्री अनिल कुमार सहनी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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