मुख्यमंत्री ने किया स्थल निरीक्षण
पटना, 11 नवंबर 2014:- मुख्यमंत्री श्री जीतन राम मांझी ने आज सुबह मोतिहारी शहर के बीचोबीच अवस्थित ऐतिहासिक झील मोतीझील एवं केन्दय विष्वविद्यालय के लिए चयनित स्थल का निरीक्षण किया। स्थल निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने उपस्थित संवाददाताओं को बताया कि एक वर्ष पूर्व मुख्य सचिव की अध्यक्षता में मोतीझील के विकास एवं सौन्दर्यीकरण के लिए बैठक हुई थी, जिसमें लगभग 99 करोड़ रूपये का प्रोजेक्ट बनाया गया। राज्य स्तर पर वेट लैंड आॅथरीटी एवं जिला स्तर पर भी समिति का गठन किया गया है। राज्य स्तरीय समिति में मत्स्य विभाग, पर्यटन विभाग, जल संसाधन विभाग, कला संस्कृति विभाग को शामिल किया गया है। प्रोजेक्ट केन्द्र सरकार को प्रेषित किया गया था। केन्द्र सरकार की ओर से एक टीम मोतीझील का सर्वेक्षण करने आयी थी, उन्होनें बताया की एन0एच0 के इस पार मोतीझील है एवं उस पार कररिया झील है एवं इनसे सटे लगभग 43 झील इसी प्रकार के है। केन्द्रीय समिति ने मोतीझील के किनारे शहरी क्षेत्र में अतिक्रमण होने का मुद्दा उठाया था। केन्द्र सरकार द्वारा 25 करोड़ रूपये उपलब्ध कराये गये हैं। उन्होंने ने कहा कि तत्काल इस राषि से झील के पानी की सफाई एवं झील की सफाई करायी जायेगी। उन्होनें स्थानीय विधायक को पटना में आकर इस मुद्दे को रखने को कहा ताकि संबंधित संचिका का अवलोकन कर अग्रेतर कार्रवाई कर सके। जिलाधिकारी ने राज्य स्तर पर गठित प्राधिकार के लिए एक नोडल विभाग का होना आवष्यक बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले का वे गहन अध्ययन करेंगे। मोतीझील के विकास एवं सौन्दर्यीकरण के लिए शेष राषि यदि केन्द्र सरकार उपलब्ध नहीं कराती है तो आवष्यकता परने पर राज्य सरकार उपलब्ध करायेगी।
केन्द्रीय विष्वविद्यालय के लिए मोतिहारी इंजीनियरिंग काॅलेज के समीप चयनित 301 एकड़ भूमि के सथल निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने स्थानीय विधायक श्री प्रमोद कुमार एवं जिलाधिकारी से वार्ता करने के उपरांत उपस्थित संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भूमि का चयन कर लिया गया है परन्तु अधिग्रहण नहीं हुआ है। आधी जमीन बेतिया राज की है, जिसने 30 साल के लिए अपनी जमीन को चीनी मिल को लीज पर दिया था। लीज की अवधि समाप्त हो गयी है। अतः सरकार इसका अधिग्रहण कर सकती हैं। शेष जमीन में अधिकतर रैयतो का है, जिन्हें दान के लिए प्रेरित किया जा सकता है। दान में जमीन नहीं मिलने पर जमीन का मुआवजा देकर अधिग्रहण करना होगा। उन्होनें बताया निजी रैयतो द्वारा कहीं-कहीं अपनी जमीन से मिट्टी बेची जा रही है, जिसके कारण बड़े-बड़े गडढे हो गये है। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देष दिया कि वाणिज्य कर अधिनियम के तहत केन्द्रीय विष्वविद्यालय के लिए चयनित भूमि में गड्ढ़ा करने वाले रैयतो पर जुर्माना लगायें एवं भूमि अधिग्रहण के समय भूमि के लिए मिलने वाली राषि में से उक्त रकम की कटौती की जायेगी। कुछ ट्रैक्टर चालको के विरूद्ध प्राथिमिकी भी दर्ज करायी गयी है। सरकार जमीन के मसले का शीघ्र हल करेगी ताकि अतिषीघ्र केन्द्रीय विष्वविद्यालय का निर्माण हो सके एवं जिले का विकास हो सके तथा सूबे के छात्र इससे लाभांन्वित हो सके। जिला अतिथिगृह में गृह विहिन महादलित महिलाओं की व्यथा भी मुख्यमंत्री ने सुनी एवं उन्हें आवास उपलब्ध कराने का आष्वासन दिया। पुलिस लाईन में अवस्थित हैलिपैड पर सार्जेंंट मेजर मसेलिहुद्दीन ने सषस्त्र बल के साथ गार्ड आॅफ आॅनर प्रदान किया। मुख्यमंत्री पष्चिमी चम्पारण, बेतिया के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रस्थान कर गये।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माॅझी के साथ मंत्री कला संस्कृति एवं युवा श्री विनय बिहारी, विधायक श्री प्रमोद कुमार, मधुबन क्षेत्र के विधायक श्री षिवजी राय, जिलाधिकरी श्री जितेन्द्र श्रीवास्तव एवं नगर परिषद अध्यक्ष श्री प्रकाष अस्थाना भी साथ थे।
पटना, 11 नवंबर 2014:- मुख्यमंत्री श्री जीतन राम मांझी ने आज सुबह मोतिहारी शहर के बीचोबीच अवस्थित ऐतिहासिक झील मोतीझील एवं केन्दय विष्वविद्यालय के लिए चयनित स्थल का निरीक्षण किया। स्थल निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने उपस्थित संवाददाताओं को बताया कि एक वर्ष पूर्व मुख्य सचिव की अध्यक्षता में मोतीझील के विकास एवं सौन्दर्यीकरण के लिए बैठक हुई थी, जिसमें लगभग 99 करोड़ रूपये का प्रोजेक्ट बनाया गया। राज्य स्तर पर वेट लैंड आॅथरीटी एवं जिला स्तर पर भी समिति का गठन किया गया है। राज्य स्तरीय समिति में मत्स्य विभाग, पर्यटन विभाग, जल संसाधन विभाग, कला संस्कृति विभाग को शामिल किया गया है। प्रोजेक्ट केन्द्र सरकार को प्रेषित किया गया था। केन्द्र सरकार की ओर से एक टीम मोतीझील का सर्वेक्षण करने आयी थी, उन्होनें बताया की एन0एच0 के इस पार मोतीझील है एवं उस पार कररिया झील है एवं इनसे सटे लगभग 43 झील इसी प्रकार के है। केन्द्रीय समिति ने मोतीझील के किनारे शहरी क्षेत्र में अतिक्रमण होने का मुद्दा उठाया था। केन्द्र सरकार द्वारा 25 करोड़ रूपये उपलब्ध कराये गये हैं। उन्होंने ने कहा कि तत्काल इस राषि से झील के पानी की सफाई एवं झील की सफाई करायी जायेगी। उन्होनें स्थानीय विधायक को पटना में आकर इस मुद्दे को रखने को कहा ताकि संबंधित संचिका का अवलोकन कर अग्रेतर कार्रवाई कर सके। जिलाधिकारी ने राज्य स्तर पर गठित प्राधिकार के लिए एक नोडल विभाग का होना आवष्यक बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले का वे गहन अध्ययन करेंगे। मोतीझील के विकास एवं सौन्दर्यीकरण के लिए शेष राषि यदि केन्द्र सरकार उपलब्ध नहीं कराती है तो आवष्यकता परने पर राज्य सरकार उपलब्ध करायेगी।
केन्द्रीय विष्वविद्यालय के लिए मोतिहारी इंजीनियरिंग काॅलेज के समीप चयनित 301 एकड़ भूमि के सथल निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने स्थानीय विधायक श्री प्रमोद कुमार एवं जिलाधिकारी से वार्ता करने के उपरांत उपस्थित संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भूमि का चयन कर लिया गया है परन्तु अधिग्रहण नहीं हुआ है। आधी जमीन बेतिया राज की है, जिसने 30 साल के लिए अपनी जमीन को चीनी मिल को लीज पर दिया था। लीज की अवधि समाप्त हो गयी है। अतः सरकार इसका अधिग्रहण कर सकती हैं। शेष जमीन में अधिकतर रैयतो का है, जिन्हें दान के लिए प्रेरित किया जा सकता है। दान में जमीन नहीं मिलने पर जमीन का मुआवजा देकर अधिग्रहण करना होगा। उन्होनें बताया निजी रैयतो द्वारा कहीं-कहीं अपनी जमीन से मिट्टी बेची जा रही है, जिसके कारण बड़े-बड़े गडढे हो गये है। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देष दिया कि वाणिज्य कर अधिनियम के तहत केन्द्रीय विष्वविद्यालय के लिए चयनित भूमि में गड्ढ़ा करने वाले रैयतो पर जुर्माना लगायें एवं भूमि अधिग्रहण के समय भूमि के लिए मिलने वाली राषि में से उक्त रकम की कटौती की जायेगी। कुछ ट्रैक्टर चालको के विरूद्ध प्राथिमिकी भी दर्ज करायी गयी है। सरकार जमीन के मसले का शीघ्र हल करेगी ताकि अतिषीघ्र केन्द्रीय विष्वविद्यालय का निर्माण हो सके एवं जिले का विकास हो सके तथा सूबे के छात्र इससे लाभांन्वित हो सके। जिला अतिथिगृह में गृह विहिन महादलित महिलाओं की व्यथा भी मुख्यमंत्री ने सुनी एवं उन्हें आवास उपलब्ध कराने का आष्वासन दिया। पुलिस लाईन में अवस्थित हैलिपैड पर सार्जेंंट मेजर मसेलिहुद्दीन ने सषस्त्र बल के साथ गार्ड आॅफ आॅनर प्रदान किया। मुख्यमंत्री पष्चिमी चम्पारण, बेतिया के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रस्थान कर गये।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माॅझी के साथ मंत्री कला संस्कृति एवं युवा श्री विनय बिहारी, विधायक श्री प्रमोद कुमार, मधुबन क्षेत्र के विधायक श्री षिवजी राय, जिलाधिकरी श्री जितेन्द्र श्रीवास्तव एवं नगर परिषद अध्यक्ष श्री प्रकाष अस्थाना भी साथ थे।
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