आश्वासन में नहीं, काम के निष्पादन में मेरा विश्वास है:- मुख्यमंत्री
पटना, 23 नवम्बर 2014:- आश्वासन में नहीं, काम के निष्पादन में मेरा विश्वास है। जब तक हम हैं, आपकी समस्याओं का निदान तत्परता से करायेंगे। अनुसूचित जाति/जनजाति, अति पिछड़ा एवं अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। जो भी इन वर्गों के साथ बेईमानी करेंगे और उन्हें न्याय दिलाये जाने में आना-कानी करंेगे, उनके विरूद्ध सख्त कदम उठायेंगे। अनुसूचित जाति/जनजाति के लोग सजग हों, कामयाबी आपका कदम चुमेगी, आप कामयाब होंगे। आज दोपहर मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माॅझी कंकड़बाग सामुदायिक भवन में बिहार राज्य अनुसूचित जाति/जनजाति चिकित्सक एवं मेडिकाॅस मिट 2014 का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है। अनुसूचित जाति/ जनजाति के लोगों ने पहले अपने दिल में शिक्षा की चाहत नहीं पैदा की थी, जिस कारण हमलोग काफी पिछड़ गये। धर्म का आड़ लेकर भी हमें शिक्षा से दूर रखने का प्रयास किया गया, मगर अब हम शिक्षा से पीछे रहने वाले नहीं हैं। आज आवश्यकता समाज को आगे बढ़ने की है। जिस तरह मछली विपरित धारा में चलकर अपने गंतव्य स्थान पर पहुॅचती है, आप सब भी विपरित धारा में आगे बढ़ने का साहस पैदा करें। हमारे पुरखे संत थे, हम जहाॅ भी रहें, अपने संतों के आदर्शों से सीख लेकर ठीक ढ़ंग से सेवा करें, आप सबको एक होना पड़ेगा। व्यवस्था में आप सबको बाॅटकर रखा गया। अब जरूरत है कि गंगा में जाति को प्रवाहित कर हम सब एक हो जायें। एक होकर रहेंगे तो हमें भीख माॅगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हमारा विकास तेजी से होगा। राजनीतिक शक्ति भी प्राप्त करें, सर्तक रहें, आगे बढ़ें। समाज में अपनी प्रतिभा को दिखाकर मानवता की सेवा करते रहें। इस भावना को अपनाकर हम सब समाज की सेवा कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने घोषणा किया कि बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अंबेडकर फाउण्डेशन की स्थापना वे बिहार में करायेंगे। एक-दो माह में यह काम शुरू हो जायेगा। राज्य में दशरथ माॅझी शोध संस्थान भी हम बनाने जा रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुये कहा कि उन्होंने हमारे अनुशंसा पर महादलित विकास मिशन का गठन किया था और दशरथ माॅझी कौशल विकास योजना राज्य में चलायी थी, इसके लिये हम उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और उन्हें धन्यवाद देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मेडिकल में अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रों के नामांकन के लिये कट आॅफ र्माक्स को 40 से घटाकर 32 कर इन वर्गों के बच्चे जिनका नामांकन मेडिकल में नहीं हो रहा था, करवाया है। मेरा प्रयास लगातार जारी रहेगा, अभिवंचितों को न्याय दिलाने में वे पीछे नहीं रहेंगे। गरीबों को आगे बढ़ने का अवसर मिले, इसके लिये वे हर तरह का यतन करेंगे।
समारोह को खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री श्याम रजक ने भी संबोधित किया और अनुसूचित जाति/जनजाति के विकास के लिये राज्य मंे चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा सरकार की उपलब्धियों की चर्चा की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जाति/जनजाति चिकित्सक एवं मेडिकाॅस मिट 2014 की स्मारिका ‘मिरेज’ का भी लोकार्पण किया। समारोह को डाॅ0 राजीव कुमार रजक, पूर्व विधायक डाॅ0 आर0आर0 कनौजिया ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग श्री जगजीवन नायक, सचिव स्वास्थ्य श्री आनंद किशोर, प्राचार्य एन0एम0सी0 एच0 श्रीमती शिवकुमारी पासवान, डाॅ0 उपेन्द्र पासवान, पूर्व उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग श्री ललित भगत, डाॅ0 दिनेश कुमार दास, डाॅ0 श्याम कुमार सतपाल, श्री अमर आजाद सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
पटना, 23 नवम्बर 2014:- आश्वासन में नहीं, काम के निष्पादन में मेरा विश्वास है। जब तक हम हैं, आपकी समस्याओं का निदान तत्परता से करायेंगे। अनुसूचित जाति/जनजाति, अति पिछड़ा एवं अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। जो भी इन वर्गों के साथ बेईमानी करेंगे और उन्हें न्याय दिलाये जाने में आना-कानी करंेगे, उनके विरूद्ध सख्त कदम उठायेंगे। अनुसूचित जाति/जनजाति के लोग सजग हों, कामयाबी आपका कदम चुमेगी, आप कामयाब होंगे। आज दोपहर मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माॅझी कंकड़बाग सामुदायिक भवन में बिहार राज्य अनुसूचित जाति/जनजाति चिकित्सक एवं मेडिकाॅस मिट 2014 का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है। अनुसूचित जाति/ जनजाति के लोगों ने पहले अपने दिल में शिक्षा की चाहत नहीं पैदा की थी, जिस कारण हमलोग काफी पिछड़ गये। धर्म का आड़ लेकर भी हमें शिक्षा से दूर रखने का प्रयास किया गया, मगर अब हम शिक्षा से पीछे रहने वाले नहीं हैं। आज आवश्यकता समाज को आगे बढ़ने की है। जिस तरह मछली विपरित धारा में चलकर अपने गंतव्य स्थान पर पहुॅचती है, आप सब भी विपरित धारा में आगे बढ़ने का साहस पैदा करें। हमारे पुरखे संत थे, हम जहाॅ भी रहें, अपने संतों के आदर्शों से सीख लेकर ठीक ढ़ंग से सेवा करें, आप सबको एक होना पड़ेगा। व्यवस्था में आप सबको बाॅटकर रखा गया। अब जरूरत है कि गंगा में जाति को प्रवाहित कर हम सब एक हो जायें। एक होकर रहेंगे तो हमें भीख माॅगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हमारा विकास तेजी से होगा। राजनीतिक शक्ति भी प्राप्त करें, सर्तक रहें, आगे बढ़ें। समाज में अपनी प्रतिभा को दिखाकर मानवता की सेवा करते रहें। इस भावना को अपनाकर हम सब समाज की सेवा कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने घोषणा किया कि बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अंबेडकर फाउण्डेशन की स्थापना वे बिहार में करायेंगे। एक-दो माह में यह काम शुरू हो जायेगा। राज्य में दशरथ माॅझी शोध संस्थान भी हम बनाने जा रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुये कहा कि उन्होंने हमारे अनुशंसा पर महादलित विकास मिशन का गठन किया था और दशरथ माॅझी कौशल विकास योजना राज्य में चलायी थी, इसके लिये हम उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और उन्हें धन्यवाद देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मेडिकल में अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रों के नामांकन के लिये कट आॅफ र्माक्स को 40 से घटाकर 32 कर इन वर्गों के बच्चे जिनका नामांकन मेडिकल में नहीं हो रहा था, करवाया है। मेरा प्रयास लगातार जारी रहेगा, अभिवंचितों को न्याय दिलाने में वे पीछे नहीं रहेंगे। गरीबों को आगे बढ़ने का अवसर मिले, इसके लिये वे हर तरह का यतन करेंगे।
समारोह को खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री श्याम रजक ने भी संबोधित किया और अनुसूचित जाति/जनजाति के विकास के लिये राज्य मंे चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा सरकार की उपलब्धियों की चर्चा की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जाति/जनजाति चिकित्सक एवं मेडिकाॅस मिट 2014 की स्मारिका ‘मिरेज’ का भी लोकार्पण किया। समारोह को डाॅ0 राजीव कुमार रजक, पूर्व विधायक डाॅ0 आर0आर0 कनौजिया ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग श्री जगजीवन नायक, सचिव स्वास्थ्य श्री आनंद किशोर, प्राचार्य एन0एम0सी0 एच0 श्रीमती शिवकुमारी पासवान, डाॅ0 उपेन्द्र पासवान, पूर्व उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग श्री ललित भगत, डाॅ0 दिनेश कुमार दास, डाॅ0 श्याम कुमार सतपाल, श्री अमर आजाद सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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