विकास मित्रों पर कानूनी कार्रवाई के लिये कल्याण विभाग से अनुमति लेनी होगी:- मुख्यमंत्री
पटना, 18 नवम्बर 2014:- विकास मित्रों पर कानूनी कार्रवाई के लिये कल्याण विभाग से अनुमति लेनी होगी। प्रखण्ड, अनुमण्डल एवं जिला स्तर पर सर्वोत्कृष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वाले विकास मित्रों को क्रमशः 25 हजार (प्रखण्ड स्तर), 50 हजार (अनुमण्डल स्तर), एक लाख (जिला स्तर) रूपये का पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जायेगा। यह घोषणा आज मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माॅझी ने विकास मित्रों के एकदिवसीय क्षमतावर्द्धन कार्यशाला का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित करते हुये की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में दस हजार विकास मित्र और तीस हजार टोला मित्र बहाल हैं। इनका कार्य अच्छा है। विकास मित्र मनोयोग से अपनी जिम्मेदारियों का निर्बाह करें। समाज के दबे, कुचले, उपेक्षित, दलित एवं महालित परिवारों के स्वाभिमान को जगायें, उन्हें शिक्षित करें। शिक्षा बिना समाज आगे नहीं बढ़ सकता है, इसके लिये टोला सेवक नियुक्त किये गये हैं। विकास की जितनी बातें हो रही है, उसका लाभ अनुसूचित जाति/ जनजाति, अत्यंत पिछड़े, अल्पसंख्यक परिवारों को मिले, इसके लिये वे प्रयत्न करें। उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी दें और उन्हें इन योजनाओं से लाभान्वित करायें। बच्चे स्कूल जायें, साफ-सुथरा रहें, उन्हें दो घंटा सुबह, दो घंटा शाम पढ़ायें। आप सबों की बड़ी जिम्मेदारी है, इसका निर्बाह करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबके सहयोग से जो साढ़े बारह प्रतिशत बच्चे स्कूलों से बाहर थे, उन्हें स्कूलों में लाये जाने में सफलता मिली है। अब मात्र एक प्रतिशत बच्चे ही स्कूल से बाहर हैं। टोला सेवकों का अच्छा प्रयास रहा है। बच्चे, बुजुर्ग एवं महिलायें जो निरक्षर हैं, उनको पढ़ायें। अंगूठा लगाना कलंक की बात है, सबको साक्षर करें। 40 लाख निरक्षर महिलाओं को साक्षर करने का संकल्प लिया है। टोला सेवको को प्रतिमाह सात हजार रूपये का मानदेय अपने संसाधनों से दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने निरक्षरता एवं अंगूठा लगाने के अभिशाप पर विस्तार से प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास मित्र सरकार एवं जनता के बीच सेतु हैं। विकास मित्र अच्छा काम कर रहे हैं। कुछ विकास मित्र काम नहीं कर रहे हैं, उन्हें समझायें। एक विकास मित्र दूसरे विकास मित्र को काम करने की सीख दें। विकास मित्रों का दस हजार पद स्वीकृत है, जिसके विरूद्ध साढ़े नौ हजार के करीब विकास मित्र कार्यरत हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि विकास मित्रों की सभी रिक्तियों को अविलम्ब भरी जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप हमें बदनामी से बचाइये और एक साल के अंदर मैट्रिक पास हो जाइये। कोई नहीं कहेगा कि मुख्यमंत्री ने अनपढ़ों को नियुक्त कर लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़े, अत्यंत पिछड़े, अल्पसंख्यक एवं सवर्ण जाति के लोग सभी हमारे भाई हैं। हम सबका आदर एवं सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति/जनजाति, दलित, महादलित भीमराव अंबेदकर के सपने को साकार करने के लिये राजनीति में अपनी पकड़ बनायें। शिक्षित हों, संगठित हों। अनुसूचित जाति/ जनजाति, पिछड़े, अति पिछड़े, अकिलियत के साथ समाज के सभी वर्ग, तबकों को साथ लेकर चलेंगे। उन्होंने इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की खुले मन से सराहना की और उनके प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि श्री नीतीश कुमार ने हमारी बातों को सुनी और पंचायतों में दलित, महादलित को आरक्षण दिया, जिसके परिणामस्वरूप आज चैदह सौ से अधिक मुखिया अनुसूचित जाति के निर्वाचित हैं। मुख्यमंत्री ने कौशल विकास पर बल दिये जाने को भी कहा और कहा कि जीविका से प्रशिक्षण लेकर हमारी दो बेटियों ने राजस्थान में सिलाई के काम में लगी है। कल उनसे मैंने एक समारोह में पूछा कि उन्हें वहाॅ कितनी मजदूरी मिलती है तो उन्होंने बताया कि उन्हें मात्र 5900 रूपये माहवार मिलता है, जबकि हम अपने टोला सेवकों को सात हजार रूपये की राशि प्रतिमाह दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें विकास मित्रों से बड़ी आशा है। वे प्रशिक्षण कार्यक्रम में भी अपनी भागीदारी बढ़ायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कर कौशलवान बनें, अपने राज्य में ही नौकरी की कमी नहीं रहेगी।
मुख्यमंत्री ने विकास मित्रों से अपील किया कि राज्य में मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य में दिलचस्पी लें। नये नाम जुड़वाने के लिये आवेदन देने की तिथि 1 दिसम्बर 2014 है। सभी विकास मित्र यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र अन्तर्गत गरीब वर्गों के सभी योग्य मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में अनिवार्य रूप से शामिल हो। गृह, स्थल विहिन गरीब परिवारों को बाजार दर पर जमीन क्रय कर उपलब्ध करायी जा रही है। हल्का कर्मचारी एवं अंचलाधिकारी से समन्वय करके अपने पंचायत के सभी गरीब परिवारों को जमीन दिलाना सुनिश्चित करें। सभी पात्र परिवारों को पेंशन योजना से आच्छादित करायें। राज्य खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत सभी गरीब परिवारों को अनिवार्य रूप से पूर्वोक्ता परिवार की सूची में शामिल करायें। जो परिवार छूटे हैं, उन्हें निश्चित रूप से सूची में शामिल करायें। छात्र- छात्राओं का विद्यालयों में नामांकन कराने का प्रयास करें। विकास मित्र यह सुनिश्चित करें कि अनिवार्य रूप से उनके पंचायत के सभी अनुसूचित जाति/जनजाति के बच्चों का नामांकन विद्यालय में हो जाये। पंचायत क्षेत्र का पात्र कोई भी बच्चा विद्यालय से बाहर नहीं रहे।
मुख्यमंत्री ने विकास मित्रों से यह भी अपेक्षा की कि वे प्रत्येक गरीब परिवारों को मनरेगा के अन्तर्गत सौ दिनों का रोजगार उपलब्ध कराने में उन्हें मदद करेंगे। उनकी यह भी जिम्मेदारी होगी कि वे अपने क्षेत्र के सभी इच्छुक गरीब, बेरोजगार परिवारों को सौ दिन का रोजगार दिलाने में सहयोग करें और उनकी मजदूरी की राशि को उनके खाता में पहुॅचाया जाना सुनिश्चित करायें। मार्च 2015 तक सभी अनुसूचित जाति/जनजाति परिवारों को जीविका के समूह से आच्छादित किया जाय। इन्दिरा आवास के अन्तर्गत जिन परिवारों को पूर्व में लाभान्वित किया गया है या इस वितीय वर्ष में लाभान्वित किया गया है, उन्हें किश्त की राशि का भुगतान समय पर हो रहा है या नहीं यह सुनिश्चित करायें। इन्दिरा आवास जीर्णोद्धार योजना के अन्तर्गत प्रति परिवार को 30 हजार रूपये की मंजूरी दी जाती है। इस मद में जिलों में पर्याप्त राशि सुलभ करा दी गयी है। सुनिश्चित करें कि 2004 से पहले के स्वीकृत इन्दिरा आवासों के घर जिनमें छत ढ़लाई नहीं हो पाई है, उनके छत की ढ़लाई अथवा एस्बेस्टेस से छत बनाने के लिये इस योजना का लाभ उन्हें मिले। प्रत्येक घरों में शौचालय की व्यवस्था कराना सरकार का लक्ष्य है। प्रत्येक पंचायत में यह सुनिश्चित कराया जाय कि कम से कम सौ-सौ अनुसूचित जाति/जनजाति परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराया जाय। साइकिल, पोशाक, छात्रवृति योजना के अन्तर्गत पात्र छात्र-छात्राओं को इस महत्वाकांक्षी योजना से वंचित नहीं रहें। सभी विकास मित्र यह सुनिश्चित करें कि जिरो से छह वर्ष के बच्चे, बच्चियाॅ एवं गर्भवती महिलायें आई0सी0डी0एस0 में नामांकित रहें। गरीब परिवारों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कार्ड मिल जाये और उनको इससे लाभ मिले। सभी परिवारों के पात्र बच्चे एवं माताओं का टीकाकरण अनिवार्य रूप से हो, यह सुनिश्चित कराया जाय। राज्य सरकार द्वारा महिला विकास मिशन, जीविका एवं अन्य कार्यक्रमों के अन्तर्गत व्यापक पैमाने पर कौशल विकास प्रशिक्षण कराया जा रहा है। सभी विकास मित्र यह जिम्मेदारी लें कि इस वितीय वर्ष में अपने पंचायत के कम से कम 25 अनुसूचित जाति/जनजाति के बच्चों को विभिन्न कार्यक्रमों के अन्तर्गत कौशल विकास करायेंगे एवं रोजगार दिलायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुदान आधारित सभी योजनाओं में 17 प्रतिशत अनुसूचित जाति /जनजाति के किसानों को लाभान्वित किया जाय। यहाॅ तक कि बटाईदारों को भी इस योजना से लाभान्वित किया जाय। जन-वितरण प्रणाली, खाद, बीज, पेस्टिसाइज, दवा की अनुज्ञप्ति, स्टाम्प वेंडर आदि सभी प्रकार की अनुज्ञप्तियों में 17 प्रतिशत अनुसूचित जाति/ जनजाति को लाभान्वित किया जाय। मुख्यमंत्री चापाकल योजना के अन्तर्गत पंचायत क्षेत्रों में अनुसूचित जाति/जनजाति के परिवारों का समुचित आच्छादन हो, यह सुनिश्चित कराया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री शताब्दी असंगठित क्षेत्र कामगार, श्रमगार योजना सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसमें सामान्य मृत्यु पर तीस हजार रूपये एवं आकस्मिक मृत्यु पर एक लाख रूपये का अनुदान देय है। साथ ही लाभान्वितों के बच्चों को छात्रवृति का प्रावधान है। विकास मित्र सुनिश्चित करें कि पंचायत क्षेत्रों के जो भी परिवार इस योजना के पात्र हों, उन्हें लाभ अवश्य मिले।
मुख्यमंत्री ने घोषणा किया कि विद्यालयों में छात्रवृति के लिये 75 प्रतिशत उपस्थिति के बंधेज को समाप्त करेंगे। बी0पी0एल0 की सूची के लिये निर्धारित परिधि को शिथिल कर आयकर दाता, सरकारी सेवक, जिनके पास चार पहिया वाहन हो, पाॅच या उससे अधिक कमरों का पक्का मकान हो एवं पाॅच एकड़ से ऊपर जमीन रखने वाले परिवारों को छोड़कर सभी अनुसूचित जाति/जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग के परिवार को बी0पी0एल0 सूची में जोड़ा जायेगा। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा किया कि दशरथ माॅझी के नाम पर दशरथ माॅझी शोध संस्थान पटना में बनायेंगे तथा बाबा साहब भीमराव अंबेदकर फाउण्डेशन की स्थापना पटना में होगी, इसके लिये जमीन की व्यवस्था की जा रही है। एक महीने के अंदर इसके लिये रूप रेखा तैयार कर ली जायेगी। विकास मित्र, टोला मित्रों का स्वास्थ्य बीमा भी करायेंगे, जिसके अन्तर्गत वे पचास हजार रूपये तक का इलाज कहीं भी करा सकेंगे। बीमा के प्रीमियम की राशि राज्य सरकार वहन करेगी। उन्होंने कहा कि गलत स्वास्थ्य कार्ड पर भुगतान नहीं होने दें, यह भी सुनिश्चित करें। टोला सेवको एवं विकास मित्रों को जो बी0पी0एल0 सूची के लिये निर्धारित परिधि में आते होंगे, उन्हें इन्दिरा आवास की सुविधा भी दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने विकास मित्रों से अपील किया कि वे स्वयं नशाखोरी से बचें एवं पूरे समाज को इस बूरी लत से बचायें। अंधविश्वास एवं सामाजिक कुरीतियों से लोगों को दूर रहने को कहें।
समारोह को ग्रामीण विकास मंत्री श्री नीतीश मिश्रा ने भी संबोधित किया और कहा कि लगन एवं मनोयोग से काम करने से बदलाव आयेगा। उन्होंने कहा कि शहरों की तरह गाॅव के विकास की भी योजना बननी चाहिये। प्रत्येक वार्ड में दस योजनाओं को चयन करेंगे, जिसमें विकास मित्र का सहयोग लेंगे। कुछ करने के लिये सौ वर्ष जीने की आवश्यकता नहीं है। एक दिन में भी आप कुछ ऐसा कर सकते हैं, जिससे आप सौ साल तक याद किये जायेंगे।
समारोह को अध्यक्ष महादलित विकास मिशन श्री उदय माॅझी, अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग श्री विद्यानंद विकल, विधायक श्री ललन भूईयां, सचिव ग्रामीण विकास श्री एस0एम0 राजू, परियोजना निदेशक जीविका श्रीमती एन0 विजय लक्ष्मी, आयुक्त पटना प्रमण्डल श्री नर्मदेश्वर लाल, पुलिस महानिरीक्षक सेन्ट्रल रेंज पटना श्री ए0के0 अंबेदकर, जिलाधिकारी पटना श्री अभय कुमार सिंह, निदेशक राज्य महादलित आयोग श्री रामाशीष पासवान ने भी समारोह को संबोधित किया और विकास मित्र एवं टोला सेवकों की जिम्मेदारियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी सह प्रधान सचिव कृषि श्री अमृत लाल मीणा, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री जीतेन्द्र राणा, राज्य महादलित विकास मिशन के सदस्य श्री तूफानी राम सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन श्री सुरेश पासवान ने किया।
पटना, 18 नवम्बर 2014:- विकास मित्रों पर कानूनी कार्रवाई के लिये कल्याण विभाग से अनुमति लेनी होगी। प्रखण्ड, अनुमण्डल एवं जिला स्तर पर सर्वोत्कृष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वाले विकास मित्रों को क्रमशः 25 हजार (प्रखण्ड स्तर), 50 हजार (अनुमण्डल स्तर), एक लाख (जिला स्तर) रूपये का पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जायेगा। यह घोषणा आज मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माॅझी ने विकास मित्रों के एकदिवसीय क्षमतावर्द्धन कार्यशाला का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित करते हुये की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में दस हजार विकास मित्र और तीस हजार टोला मित्र बहाल हैं। इनका कार्य अच्छा है। विकास मित्र मनोयोग से अपनी जिम्मेदारियों का निर्बाह करें। समाज के दबे, कुचले, उपेक्षित, दलित एवं महालित परिवारों के स्वाभिमान को जगायें, उन्हें शिक्षित करें। शिक्षा बिना समाज आगे नहीं बढ़ सकता है, इसके लिये टोला सेवक नियुक्त किये गये हैं। विकास की जितनी बातें हो रही है, उसका लाभ अनुसूचित जाति/ जनजाति, अत्यंत पिछड़े, अल्पसंख्यक परिवारों को मिले, इसके लिये वे प्रयत्न करें। उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी दें और उन्हें इन योजनाओं से लाभान्वित करायें। बच्चे स्कूल जायें, साफ-सुथरा रहें, उन्हें दो घंटा सुबह, दो घंटा शाम पढ़ायें। आप सबों की बड़ी जिम्मेदारी है, इसका निर्बाह करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबके सहयोग से जो साढ़े बारह प्रतिशत बच्चे स्कूलों से बाहर थे, उन्हें स्कूलों में लाये जाने में सफलता मिली है। अब मात्र एक प्रतिशत बच्चे ही स्कूल से बाहर हैं। टोला सेवकों का अच्छा प्रयास रहा है। बच्चे, बुजुर्ग एवं महिलायें जो निरक्षर हैं, उनको पढ़ायें। अंगूठा लगाना कलंक की बात है, सबको साक्षर करें। 40 लाख निरक्षर महिलाओं को साक्षर करने का संकल्प लिया है। टोला सेवको को प्रतिमाह सात हजार रूपये का मानदेय अपने संसाधनों से दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने निरक्षरता एवं अंगूठा लगाने के अभिशाप पर विस्तार से प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास मित्र सरकार एवं जनता के बीच सेतु हैं। विकास मित्र अच्छा काम कर रहे हैं। कुछ विकास मित्र काम नहीं कर रहे हैं, उन्हें समझायें। एक विकास मित्र दूसरे विकास मित्र को काम करने की सीख दें। विकास मित्रों का दस हजार पद स्वीकृत है, जिसके विरूद्ध साढ़े नौ हजार के करीब विकास मित्र कार्यरत हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि विकास मित्रों की सभी रिक्तियों को अविलम्ब भरी जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप हमें बदनामी से बचाइये और एक साल के अंदर मैट्रिक पास हो जाइये। कोई नहीं कहेगा कि मुख्यमंत्री ने अनपढ़ों को नियुक्त कर लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़े, अत्यंत पिछड़े, अल्पसंख्यक एवं सवर्ण जाति के लोग सभी हमारे भाई हैं। हम सबका आदर एवं सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति/जनजाति, दलित, महादलित भीमराव अंबेदकर के सपने को साकार करने के लिये राजनीति में अपनी पकड़ बनायें। शिक्षित हों, संगठित हों। अनुसूचित जाति/ जनजाति, पिछड़े, अति पिछड़े, अकिलियत के साथ समाज के सभी वर्ग, तबकों को साथ लेकर चलेंगे। उन्होंने इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की खुले मन से सराहना की और उनके प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि श्री नीतीश कुमार ने हमारी बातों को सुनी और पंचायतों में दलित, महादलित को आरक्षण दिया, जिसके परिणामस्वरूप आज चैदह सौ से अधिक मुखिया अनुसूचित जाति के निर्वाचित हैं। मुख्यमंत्री ने कौशल विकास पर बल दिये जाने को भी कहा और कहा कि जीविका से प्रशिक्षण लेकर हमारी दो बेटियों ने राजस्थान में सिलाई के काम में लगी है। कल उनसे मैंने एक समारोह में पूछा कि उन्हें वहाॅ कितनी मजदूरी मिलती है तो उन्होंने बताया कि उन्हें मात्र 5900 रूपये माहवार मिलता है, जबकि हम अपने टोला सेवकों को सात हजार रूपये की राशि प्रतिमाह दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें विकास मित्रों से बड़ी आशा है। वे प्रशिक्षण कार्यक्रम में भी अपनी भागीदारी बढ़ायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कर कौशलवान बनें, अपने राज्य में ही नौकरी की कमी नहीं रहेगी।
मुख्यमंत्री ने विकास मित्रों से अपील किया कि राज्य में मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य में दिलचस्पी लें। नये नाम जुड़वाने के लिये आवेदन देने की तिथि 1 दिसम्बर 2014 है। सभी विकास मित्र यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र अन्तर्गत गरीब वर्गों के सभी योग्य मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में अनिवार्य रूप से शामिल हो। गृह, स्थल विहिन गरीब परिवारों को बाजार दर पर जमीन क्रय कर उपलब्ध करायी जा रही है। हल्का कर्मचारी एवं अंचलाधिकारी से समन्वय करके अपने पंचायत के सभी गरीब परिवारों को जमीन दिलाना सुनिश्चित करें। सभी पात्र परिवारों को पेंशन योजना से आच्छादित करायें। राज्य खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत सभी गरीब परिवारों को अनिवार्य रूप से पूर्वोक्ता परिवार की सूची में शामिल करायें। जो परिवार छूटे हैं, उन्हें निश्चित रूप से सूची में शामिल करायें। छात्र- छात्राओं का विद्यालयों में नामांकन कराने का प्रयास करें। विकास मित्र यह सुनिश्चित करें कि अनिवार्य रूप से उनके पंचायत के सभी अनुसूचित जाति/जनजाति के बच्चों का नामांकन विद्यालय में हो जाये। पंचायत क्षेत्र का पात्र कोई भी बच्चा विद्यालय से बाहर नहीं रहे।
मुख्यमंत्री ने विकास मित्रों से यह भी अपेक्षा की कि वे प्रत्येक गरीब परिवारों को मनरेगा के अन्तर्गत सौ दिनों का रोजगार उपलब्ध कराने में उन्हें मदद करेंगे। उनकी यह भी जिम्मेदारी होगी कि वे अपने क्षेत्र के सभी इच्छुक गरीब, बेरोजगार परिवारों को सौ दिन का रोजगार दिलाने में सहयोग करें और उनकी मजदूरी की राशि को उनके खाता में पहुॅचाया जाना सुनिश्चित करायें। मार्च 2015 तक सभी अनुसूचित जाति/जनजाति परिवारों को जीविका के समूह से आच्छादित किया जाय। इन्दिरा आवास के अन्तर्गत जिन परिवारों को पूर्व में लाभान्वित किया गया है या इस वितीय वर्ष में लाभान्वित किया गया है, उन्हें किश्त की राशि का भुगतान समय पर हो रहा है या नहीं यह सुनिश्चित करायें। इन्दिरा आवास जीर्णोद्धार योजना के अन्तर्गत प्रति परिवार को 30 हजार रूपये की मंजूरी दी जाती है। इस मद में जिलों में पर्याप्त राशि सुलभ करा दी गयी है। सुनिश्चित करें कि 2004 से पहले के स्वीकृत इन्दिरा आवासों के घर जिनमें छत ढ़लाई नहीं हो पाई है, उनके छत की ढ़लाई अथवा एस्बेस्टेस से छत बनाने के लिये इस योजना का लाभ उन्हें मिले। प्रत्येक घरों में शौचालय की व्यवस्था कराना सरकार का लक्ष्य है। प्रत्येक पंचायत में यह सुनिश्चित कराया जाय कि कम से कम सौ-सौ अनुसूचित जाति/जनजाति परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराया जाय। साइकिल, पोशाक, छात्रवृति योजना के अन्तर्गत पात्र छात्र-छात्राओं को इस महत्वाकांक्षी योजना से वंचित नहीं रहें। सभी विकास मित्र यह सुनिश्चित करें कि जिरो से छह वर्ष के बच्चे, बच्चियाॅ एवं गर्भवती महिलायें आई0सी0डी0एस0 में नामांकित रहें। गरीब परिवारों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कार्ड मिल जाये और उनको इससे लाभ मिले। सभी परिवारों के पात्र बच्चे एवं माताओं का टीकाकरण अनिवार्य रूप से हो, यह सुनिश्चित कराया जाय। राज्य सरकार द्वारा महिला विकास मिशन, जीविका एवं अन्य कार्यक्रमों के अन्तर्गत व्यापक पैमाने पर कौशल विकास प्रशिक्षण कराया जा रहा है। सभी विकास मित्र यह जिम्मेदारी लें कि इस वितीय वर्ष में अपने पंचायत के कम से कम 25 अनुसूचित जाति/जनजाति के बच्चों को विभिन्न कार्यक्रमों के अन्तर्गत कौशल विकास करायेंगे एवं रोजगार दिलायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुदान आधारित सभी योजनाओं में 17 प्रतिशत अनुसूचित जाति /जनजाति के किसानों को लाभान्वित किया जाय। यहाॅ तक कि बटाईदारों को भी इस योजना से लाभान्वित किया जाय। जन-वितरण प्रणाली, खाद, बीज, पेस्टिसाइज, दवा की अनुज्ञप्ति, स्टाम्प वेंडर आदि सभी प्रकार की अनुज्ञप्तियों में 17 प्रतिशत अनुसूचित जाति/ जनजाति को लाभान्वित किया जाय। मुख्यमंत्री चापाकल योजना के अन्तर्गत पंचायत क्षेत्रों में अनुसूचित जाति/जनजाति के परिवारों का समुचित आच्छादन हो, यह सुनिश्चित कराया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री शताब्दी असंगठित क्षेत्र कामगार, श्रमगार योजना सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसमें सामान्य मृत्यु पर तीस हजार रूपये एवं आकस्मिक मृत्यु पर एक लाख रूपये का अनुदान देय है। साथ ही लाभान्वितों के बच्चों को छात्रवृति का प्रावधान है। विकास मित्र सुनिश्चित करें कि पंचायत क्षेत्रों के जो भी परिवार इस योजना के पात्र हों, उन्हें लाभ अवश्य मिले।
मुख्यमंत्री ने घोषणा किया कि विद्यालयों में छात्रवृति के लिये 75 प्रतिशत उपस्थिति के बंधेज को समाप्त करेंगे। बी0पी0एल0 की सूची के लिये निर्धारित परिधि को शिथिल कर आयकर दाता, सरकारी सेवक, जिनके पास चार पहिया वाहन हो, पाॅच या उससे अधिक कमरों का पक्का मकान हो एवं पाॅच एकड़ से ऊपर जमीन रखने वाले परिवारों को छोड़कर सभी अनुसूचित जाति/जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग के परिवार को बी0पी0एल0 सूची में जोड़ा जायेगा। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा किया कि दशरथ माॅझी के नाम पर दशरथ माॅझी शोध संस्थान पटना में बनायेंगे तथा बाबा साहब भीमराव अंबेदकर फाउण्डेशन की स्थापना पटना में होगी, इसके लिये जमीन की व्यवस्था की जा रही है। एक महीने के अंदर इसके लिये रूप रेखा तैयार कर ली जायेगी। विकास मित्र, टोला मित्रों का स्वास्थ्य बीमा भी करायेंगे, जिसके अन्तर्गत वे पचास हजार रूपये तक का इलाज कहीं भी करा सकेंगे। बीमा के प्रीमियम की राशि राज्य सरकार वहन करेगी। उन्होंने कहा कि गलत स्वास्थ्य कार्ड पर भुगतान नहीं होने दें, यह भी सुनिश्चित करें। टोला सेवको एवं विकास मित्रों को जो बी0पी0एल0 सूची के लिये निर्धारित परिधि में आते होंगे, उन्हें इन्दिरा आवास की सुविधा भी दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने विकास मित्रों से अपील किया कि वे स्वयं नशाखोरी से बचें एवं पूरे समाज को इस बूरी लत से बचायें। अंधविश्वास एवं सामाजिक कुरीतियों से लोगों को दूर रहने को कहें।
समारोह को ग्रामीण विकास मंत्री श्री नीतीश मिश्रा ने भी संबोधित किया और कहा कि लगन एवं मनोयोग से काम करने से बदलाव आयेगा। उन्होंने कहा कि शहरों की तरह गाॅव के विकास की भी योजना बननी चाहिये। प्रत्येक वार्ड में दस योजनाओं को चयन करेंगे, जिसमें विकास मित्र का सहयोग लेंगे। कुछ करने के लिये सौ वर्ष जीने की आवश्यकता नहीं है। एक दिन में भी आप कुछ ऐसा कर सकते हैं, जिससे आप सौ साल तक याद किये जायेंगे।
समारोह को अध्यक्ष महादलित विकास मिशन श्री उदय माॅझी, अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग श्री विद्यानंद विकल, विधायक श्री ललन भूईयां, सचिव ग्रामीण विकास श्री एस0एम0 राजू, परियोजना निदेशक जीविका श्रीमती एन0 विजय लक्ष्मी, आयुक्त पटना प्रमण्डल श्री नर्मदेश्वर लाल, पुलिस महानिरीक्षक सेन्ट्रल रेंज पटना श्री ए0के0 अंबेदकर, जिलाधिकारी पटना श्री अभय कुमार सिंह, निदेशक राज्य महादलित आयोग श्री रामाशीष पासवान ने भी समारोह को संबोधित किया और विकास मित्र एवं टोला सेवकों की जिम्मेदारियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी सह प्रधान सचिव कृषि श्री अमृत लाल मीणा, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री जीतेन्द्र राणा, राज्य महादलित विकास मिशन के सदस्य श्री तूफानी राम सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन श्री सुरेश पासवान ने किया।
No comments:
Post a Comment