पटना, 13 अप्रैल 2015:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने डाॅ0 बाबा साहब भीमराव अंबेदकर जयंती के अवसर पर विकास मित्रों के लिये एकदिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुये घोषणा की कि विकास मित्र 60 साल तक कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि 18 से 50 साल तक विकास मित्र का चयन होगा तथा वे 60 साल की उम्र तक कार्य करेंगे। 60 वर्षों तक विकास मित्रों की नौकरी रहेगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि विकास मित्रों का मानदेय छह हजार रूपये से बढ़ाकर सात हजार रूपये कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमने ऐसी व्यवस्था कर दी है कि अब विकास मित्रों को कोई हटा नहीं सकेगा तथा उनका मानेदय बढ़ता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विकास मित्रों के लिये एकदिवसीय उन्मुखीकरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। डाॅ0 बाबा साहब भीमराव अंबेदकर की जयंती की पूर्व संध्या पर उन्मुखीकरण का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कल होना था लेकिन कल श्रीकृष्ण मेमोरियल हाॅल में वैसे लेागों द्वारा डाॅ0 बाबा साहब भीमराव अंबेदकर का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिनका अंबेदकर जयंती से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे विकास मित्र एवं यहाॅ के अनुसूचित जाति के लोग ही डाॅ0 बाबा साहब भीमराव अंबेदकर के वंशज हैं। उनलोगों का कार्यक्रम प्रचार के लिये है। आज कल तरह-तरह की प्रवृति राजनीति में हो गयी है। पता नहीं कल कौन-कौन से जुमले के लिये लोग इकट्ठा हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि महादलित जो हाशिये पर थे, उन्हें हमने पहचान दिलाया तो हम पर आरोप लगा कि हम दलितों को बाॅट रहे हैं। हमने महादलित आयोग का गठन किया। डाॅ0 बाबा साहब भीमराव अंबेदकर एवं भारत के संविधान की देन है कि उनके लिये स्थान आरक्षित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास मित्रों को हमलोगों ने महत्वपूर्ण जिम्मेवारी सौंपी है। समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के विकास की गति को तेज किया जाय, इसके लिये हमने शिक्षा, कौशल विकास एवं आवास के लिये योजना बनायी। अनुसूचित जाति समाज में एक बहुत बड़ा तबका था, जिनके पास बास के लिये भूमि नहीं था, वह तबका महादलित का था। महादलित एवं दलित समाज के लोगों के लिये बास भूमि की योजना बनायी। महादलितों के लिये रेडियो योजना, स्वास्थ्य, शौचालय, दशरथ माॅझी कौशल विकास योजना शुरू की गयी। उन्होंने कहा कि पहले से अनुसूचित जाति के लिये चली आ रही योजनाओं के अतिरिक्त हमने इन योजनाओं की शुरूआत की। हमने दलितों को बाॅटा नहीं बल्कि महादलितों को सशक्त किया। जानकारी के अभाव में योजनाओं का लाभ दलितों को नहीं मिल पा रहा है। इन योजनाओं को जानने एवं लाभ उठा सकें, इसके लिये प्रेरित करने तथा सरकारी दफ्तर से काम करने के लिये विकास का दूत होना चाहिये इसलिये हमने आपका नाम विकास मित्र रखा। महादलित योजनाओं का लाभ महादलितों तक पहुॅचायें। बचे हुये लोगों को बास भूमि, इन्दिरा आवास एवं अन्य योजनाओं का लाभ दिलायें। जो महादलित परिवार का मकान अधूरा पड़ा है, उन्हें इन्दिरा आवास की दूसरी किश्त की राशि दिलाना विकास मित्र का दायित्व है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन महादलितों का आवास जर्जर हो गया है, उनके आवास का जीर्णोद्धार हो जाय। सामाजिक वाणिकी योजना के अन्तर्गत महादलित परिवारों को वन पोषक के रूप में रखा गया है। उन्होंने कहा कि विकास मित्र अपना काम करें। उन्होंने कहा कि 9,500 विकास मित्र कार्यरत हैं, जो पद खाली है, उसे भरेंगे। विकास मित्रों का काम है लोगों में चेतना बढ़ाना और योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करना। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि एक भी महादलित परिवार अशिक्षित न रहे। विकास मित्र परिवर्तन के दूत हैं, इन्हंे बहुत बड़ा कार्य करना है। महादलितों में चेतना आये, जागृति रहे, शिक्षित हों, संगठित हों, सरकारी योजनाओं का लाभ महादलित परिवार उठायें, उन्हें कोई ठग न सके, इसकी गुरूतर जिम्मेवारी विकास मित्रों की है। उन्होंने कहा कि फिर से कूपन दी जा रही है। कूपन के हिसाब से जन वितरण प्रणाली की दुकान से अनाज मिलेगा। हम नहीं चाहते हैं कि एक भी परिवार भूखा रहे। चीनी देने की भी योजना फिर से शुरू की जा रही है। आपका दायित्व है कि इन सारी योजनाओं का लाभ महादलित परिवार को मिल जाय।
इस अवसर पर अध्यक्षीय भाषण मंत्री अनुसूचित जाति/जनजाति श्री रमई राम ने किया। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री श्याम रजक, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री श्री दामोदर रावत, ग्रामीण कार्य मंत्री श्री श्रवण कुमार, विधायक श्री ललन भूईयां, विधायक श्री अरूण माॅझी, अध्यक्ष राज्य महादलित आयोग श्री उदय माॅझी, अध्यक्ष अनुसूचित जाति/ जनजाति आयोग श्री विद्यानंद विकल ने भी अपने-अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर श्री रामनरेश कुमार राज्य समन्वयक विकास मित्र ने मुख्यमंत्री को डाॅ0 बाबा साहब भीमराव अंबेदकर की प्रतिमा प्रतीक चिह्न के रूप में भेंटकर स्वागत किया।
इस अवसर पर स्वागत भाषण सचिव अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण श्री एस0एम0 राजू ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री डी0एस0 गंगवार, सचिव ग्रामीण विकास विभाग श्री प्रदीप कुमार, सचिव पशु एवं मत्स्य संसाधन श्री नर्मदेश्वर लाल, सदस्य अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग श्री बबन रावत, सदस्य महादलित आयोग श्री संजय कुमार राम सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं हजारो की संख्या विकास मित्र उपस्थित थे। निदेशक महादलित विकास मिशन श्री रामशीष पासवान ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विकास मित्रों के लिये एकदिवसीय उन्मुखीकरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। डाॅ0 बाबा साहब भीमराव अंबेदकर की जयंती की पूर्व संध्या पर उन्मुखीकरण का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कल होना था लेकिन कल श्रीकृष्ण मेमोरियल हाॅल में वैसे लेागों द्वारा डाॅ0 बाबा साहब भीमराव अंबेदकर का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिनका अंबेदकर जयंती से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे विकास मित्र एवं यहाॅ के अनुसूचित जाति के लोग ही डाॅ0 बाबा साहब भीमराव अंबेदकर के वंशज हैं। उनलोगों का कार्यक्रम प्रचार के लिये है। आज कल तरह-तरह की प्रवृति राजनीति में हो गयी है। पता नहीं कल कौन-कौन से जुमले के लिये लोग इकट्ठा हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि महादलित जो हाशिये पर थे, उन्हें हमने पहचान दिलाया तो हम पर आरोप लगा कि हम दलितों को बाॅट रहे हैं। हमने महादलित आयोग का गठन किया। डाॅ0 बाबा साहब भीमराव अंबेदकर एवं भारत के संविधान की देन है कि उनके लिये स्थान आरक्षित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास मित्रों को हमलोगों ने महत्वपूर्ण जिम्मेवारी सौंपी है। समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के विकास की गति को तेज किया जाय, इसके लिये हमने शिक्षा, कौशल विकास एवं आवास के लिये योजना बनायी। अनुसूचित जाति समाज में एक बहुत बड़ा तबका था, जिनके पास बास के लिये भूमि नहीं था, वह तबका महादलित का था। महादलित एवं दलित समाज के लोगों के लिये बास भूमि की योजना बनायी। महादलितों के लिये रेडियो योजना, स्वास्थ्य, शौचालय, दशरथ माॅझी कौशल विकास योजना शुरू की गयी। उन्होंने कहा कि पहले से अनुसूचित जाति के लिये चली आ रही योजनाओं के अतिरिक्त हमने इन योजनाओं की शुरूआत की। हमने दलितों को बाॅटा नहीं बल्कि महादलितों को सशक्त किया। जानकारी के अभाव में योजनाओं का लाभ दलितों को नहीं मिल पा रहा है। इन योजनाओं को जानने एवं लाभ उठा सकें, इसके लिये प्रेरित करने तथा सरकारी दफ्तर से काम करने के लिये विकास का दूत होना चाहिये इसलिये हमने आपका नाम विकास मित्र रखा। महादलित योजनाओं का लाभ महादलितों तक पहुॅचायें। बचे हुये लोगों को बास भूमि, इन्दिरा आवास एवं अन्य योजनाओं का लाभ दिलायें। जो महादलित परिवार का मकान अधूरा पड़ा है, उन्हें इन्दिरा आवास की दूसरी किश्त की राशि दिलाना विकास मित्र का दायित्व है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन महादलितों का आवास जर्जर हो गया है, उनके आवास का जीर्णोद्धार हो जाय। सामाजिक वाणिकी योजना के अन्तर्गत महादलित परिवारों को वन पोषक के रूप में रखा गया है। उन्होंने कहा कि विकास मित्र अपना काम करें। उन्होंने कहा कि 9,500 विकास मित्र कार्यरत हैं, जो पद खाली है, उसे भरेंगे। विकास मित्रों का काम है लोगों में चेतना बढ़ाना और योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रेरित करना। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि एक भी महादलित परिवार अशिक्षित न रहे। विकास मित्र परिवर्तन के दूत हैं, इन्हंे बहुत बड़ा कार्य करना है। महादलितों में चेतना आये, जागृति रहे, शिक्षित हों, संगठित हों, सरकारी योजनाओं का लाभ महादलित परिवार उठायें, उन्हें कोई ठग न सके, इसकी गुरूतर जिम्मेवारी विकास मित्रों की है। उन्होंने कहा कि फिर से कूपन दी जा रही है। कूपन के हिसाब से जन वितरण प्रणाली की दुकान से अनाज मिलेगा। हम नहीं चाहते हैं कि एक भी परिवार भूखा रहे। चीनी देने की भी योजना फिर से शुरू की जा रही है। आपका दायित्व है कि इन सारी योजनाओं का लाभ महादलित परिवार को मिल जाय।
इस अवसर पर अध्यक्षीय भाषण मंत्री अनुसूचित जाति/जनजाति श्री रमई राम ने किया। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री श्याम रजक, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री श्री दामोदर रावत, ग्रामीण कार्य मंत्री श्री श्रवण कुमार, विधायक श्री ललन भूईयां, विधायक श्री अरूण माॅझी, अध्यक्ष राज्य महादलित आयोग श्री उदय माॅझी, अध्यक्ष अनुसूचित जाति/ जनजाति आयोग श्री विद्यानंद विकल ने भी अपने-अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर श्री रामनरेश कुमार राज्य समन्वयक विकास मित्र ने मुख्यमंत्री को डाॅ0 बाबा साहब भीमराव अंबेदकर की प्रतिमा प्रतीक चिह्न के रूप में भेंटकर स्वागत किया।
इस अवसर पर स्वागत भाषण सचिव अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण श्री एस0एम0 राजू ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री डी0एस0 गंगवार, सचिव ग्रामीण विकास विभाग श्री प्रदीप कुमार, सचिव पशु एवं मत्स्य संसाधन श्री नर्मदेश्वर लाल, सदस्य अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग श्री बबन रावत, सदस्य महादलित आयोग श्री संजय कुमार राम सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं हजारो की संख्या विकास मित्र उपस्थित थे। निदेशक महादलित विकास मिशन श्री रामशीष पासवान ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
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