पटना, 12 अप्रैल 2015:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज दैनिक जागरण पटना के नये कार्यालय भवन का शुभारंभ एवं वर्षगाॅठ समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि 2005 में जब हमारी सरकार बनी तो सबसे पहले जागरण समूह के कार्यक्रम को दिल्ली में मैंने शिरकत किया था। उसी कार्यक्रम में मैंने गंगा नदी के बारे में चर्चा किया। गंगा नदी की निर्मलता पर पहल होनी चाहिये लेकिन गंगा नदी की अविरलता भी बनी रहे। उन्होंने कहा कि आज गंगा का जल शहर के किनारे से दूर होती जा रही है। नदी छिछली होती जा रही है तथा गंगा नदी में गाद जमा हो रहा है। थोड़ा भी पानी बढ़ने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इसका मुख्य कारण है, फरक्का बराज। फरक्का बराज के कारण सिल्ट जमा हो जाता है, सिल्ट डिस्चार्ज नहीं होता। उन्हांेने कहा कि पहले गंगा नदी का जल प्रवाह सिल्ट के साथ बंगाल की खाड़ी में जाता था, जो अब अवरूद्ध हो गया है। गंगा नदी पर संकट उत्पन्न हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगोतरी से निकलने वाली गंगा का एक बूंद पानी भी बिहार में प्रवेश नहीं करता है। जब गंगा बिहार में प्रवेश करती है तो 400 क्यूसेक पानी अपने साथ बिहार में लाती है। जब बिहार छोड़ती है तो 1600 क्यूसेक पानी साथ लेकर जाती है। बिहार गंगा की बाढ़ को भी झेलता है। उन्होंने कहा कि दैनिक जागरण समाचार पत्र समूह ने गंगा की शुद्धता एवं सफाई के लिए पूरे देश में अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि 26 मार्च को माननीय प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकार की बैठक हुई थी। बैठक में मैंने अपना सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि अधिकांश योजनायें गंगा में निर्मलता सुनिश्चित करने के लिए ही ली गई है। अविरलता के लिए नहीं। गंगा की अविरलता की बिंदू पर यथोचित ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने भी कहा कि इस विषय पर अध्ययन जरूरी है। बिहार सरकार द्वारा पिछले कई वर्षों से राष्ट्रीय गाद प्रबंधन नीति बनाने का मुद्दा उठाया जाता रहा है। एक तरफ गंगा के जलग्रहण क्षेत्र में वनों की कटाई के कारण आने वाले गाद की मात्रा में वृद्धि हुई है। वहीं दूसरी तरफ फरक्का बराज के कुप्रभाव के कारण गंगा के तल का उपर उठना, इसके जल वाहक क्षमता में कमी होना। डम्।छक्म्त्प्छळ एवं ठत्म्।क्प्छळ प्रवृत्ति उत्तन्न होने के कारण बालू का ढ़ेर बनना बढ़ गया है। हमें फरक्का बराज की उपयोगिता को पुनर्मूल्यांकन करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद से फरक्का तक यू0पी0 एवं बिहार में जलस्तर को ऊॅचा कर सिंचाई के लिए डैम बनाना, मेरे विचार से गंगा को विशाल पोखर के रूप में परिवर्तित करना होगा। उन्होंने कहा कि गंगा नदी के अन्दर को अवयव है, वहीं इसकी विशिष्टता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दैनिक जागरण जनहित के मसले को लेकर अभियान चलाने के लिए ख्याति प्राप्त समाचार समूह है। जागृति के लिए जागरण अपनी भूमिका निभाती है। मेरी शुभकामना है कि आपकी तरक्की हो, आपकी तरक्की बिहार की तरक्की से जुड़ी रहे। मीडिया प्रदेश, देश एवं लोकतंत्र के हित में अपनी बात रखती रहे। उन्होंने कहा कि आज मैं यहाॅ शुभकामना देने के लिए उपस्थित हुआ हूॅ। जागरण ने 15 साल पहले बिहार में अपना प्रकाशन प्रारंभ किया। 15 वर्ष बीत गया लेकिन किसी को कुछ पता भी नहीं चला। 2011 में इसके भवन का शिलान्यास हुआ था। आज जागरण का अपना भवन बनकर तैयार हुआ है। प्रिंटिंग पे्रस साथ-साथ यह जागरण का बिहार का मुख्यालय होगा। उन्होंने कहा कि जागरण के राजनीतिक संपादक एवं पूर्व सांसद श्री प्रशांत मिश्र हमारे मित्र है। वे बिहार में कुछ समय रहकर दैनिक जागरण समूह के माध्यम से बिहार के विकास में अपना योगदान दें।
इस अवसर पर पूर्व सांसद एवं दैनिक जागरण के राजनीतिक संपादक श्री प्रशांत मिश्र ने भी अपने सारगर्भित वक्तव्य दिये। दैनिक जागरण के निदेशक श्री सुनील गुप्ता ने स्वागत भाषण किया। इस अवसर पर दैनिक जागरण के निदेशक श्री सुनील गुप्ता ने मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को प्रतीक चिन्ह् के रूप में पाटली वृक्ष प्रदान किया। श्री विपिन मिश्र स्त्रोत वाचन किया। समाचार संपादक सत् गुरू शरण अवस्थी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर न्यायमूर्ति श्री अजय त्रिपाठी, भाजपा नेता श्री सुशील कुमार मोदी, विधायक नितिन नवीन, विधान पार्षद श्री संजय सिंह, विधान पार्षद रणवीर नन्दन, विधान पार्षद श्री संजय मयुख, मेयर श्री अफजल इमाम, पूर्व समाचार संपादक श्री शैलेन्द्र दीक्षित सहित सैकड़ों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगोतरी से निकलने वाली गंगा का एक बूंद पानी भी बिहार में प्रवेश नहीं करता है। जब गंगा बिहार में प्रवेश करती है तो 400 क्यूसेक पानी अपने साथ बिहार में लाती है। जब बिहार छोड़ती है तो 1600 क्यूसेक पानी साथ लेकर जाती है। बिहार गंगा की बाढ़ को भी झेलता है। उन्होंने कहा कि दैनिक जागरण समाचार पत्र समूह ने गंगा की शुद्धता एवं सफाई के लिए पूरे देश में अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि 26 मार्च को माननीय प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकार की बैठक हुई थी। बैठक में मैंने अपना सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि अधिकांश योजनायें गंगा में निर्मलता सुनिश्चित करने के लिए ही ली गई है। अविरलता के लिए नहीं। गंगा की अविरलता की बिंदू पर यथोचित ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने भी कहा कि इस विषय पर अध्ययन जरूरी है। बिहार सरकार द्वारा पिछले कई वर्षों से राष्ट्रीय गाद प्रबंधन नीति बनाने का मुद्दा उठाया जाता रहा है। एक तरफ गंगा के जलग्रहण क्षेत्र में वनों की कटाई के कारण आने वाले गाद की मात्रा में वृद्धि हुई है। वहीं दूसरी तरफ फरक्का बराज के कुप्रभाव के कारण गंगा के तल का उपर उठना, इसके जल वाहक क्षमता में कमी होना। डम्।छक्म्त्प्छळ एवं ठत्म्।क्प्छळ प्रवृत्ति उत्तन्न होने के कारण बालू का ढ़ेर बनना बढ़ गया है। हमें फरक्का बराज की उपयोगिता को पुनर्मूल्यांकन करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद से फरक्का तक यू0पी0 एवं बिहार में जलस्तर को ऊॅचा कर सिंचाई के लिए डैम बनाना, मेरे विचार से गंगा को विशाल पोखर के रूप में परिवर्तित करना होगा। उन्होंने कहा कि गंगा नदी के अन्दर को अवयव है, वहीं इसकी विशिष्टता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दैनिक जागरण जनहित के मसले को लेकर अभियान चलाने के लिए ख्याति प्राप्त समाचार समूह है। जागृति के लिए जागरण अपनी भूमिका निभाती है। मेरी शुभकामना है कि आपकी तरक्की हो, आपकी तरक्की बिहार की तरक्की से जुड़ी रहे। मीडिया प्रदेश, देश एवं लोकतंत्र के हित में अपनी बात रखती रहे। उन्होंने कहा कि आज मैं यहाॅ शुभकामना देने के लिए उपस्थित हुआ हूॅ। जागरण ने 15 साल पहले बिहार में अपना प्रकाशन प्रारंभ किया। 15 वर्ष बीत गया लेकिन किसी को कुछ पता भी नहीं चला। 2011 में इसके भवन का शिलान्यास हुआ था। आज जागरण का अपना भवन बनकर तैयार हुआ है। प्रिंटिंग पे्रस साथ-साथ यह जागरण का बिहार का मुख्यालय होगा। उन्होंने कहा कि जागरण के राजनीतिक संपादक एवं पूर्व सांसद श्री प्रशांत मिश्र हमारे मित्र है। वे बिहार में कुछ समय रहकर दैनिक जागरण समूह के माध्यम से बिहार के विकास में अपना योगदान दें।
इस अवसर पर पूर्व सांसद एवं दैनिक जागरण के राजनीतिक संपादक श्री प्रशांत मिश्र ने भी अपने सारगर्भित वक्तव्य दिये। दैनिक जागरण के निदेशक श्री सुनील गुप्ता ने स्वागत भाषण किया। इस अवसर पर दैनिक जागरण के निदेशक श्री सुनील गुप्ता ने मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को प्रतीक चिन्ह् के रूप में पाटली वृक्ष प्रदान किया। श्री विपिन मिश्र स्त्रोत वाचन किया। समाचार संपादक सत् गुरू शरण अवस्थी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर न्यायमूर्ति श्री अजय त्रिपाठी, भाजपा नेता श्री सुशील कुमार मोदी, विधायक नितिन नवीन, विधान पार्षद श्री संजय सिंह, विधान पार्षद रणवीर नन्दन, विधान पार्षद श्री संजय मयुख, मेयर श्री अफजल इमाम, पूर्व समाचार संपादक श्री शैलेन्द्र दीक्षित सहित सैकड़ों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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