पटना, 09 अप्रैल 2015:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज दोपहर एम्स पटना में जापानी इंसेफ्लाइटिस एवं एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिन्ड्रोम जैसी बीमारियों की पहचान, लक्षण, कारण, उपचार एवं रोकथाम के लिये किये जा रहे शोध कार्यों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा पावर प्वाईंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से की तथा इस मर्ज के कारणों एवं लक्षणों की जानकारी ली। इस अवसर पर निदेशक एम्स श्री जी0के0 सिंह, प्रधान सचिव आपदा श्री ब्यासजी, प्रधान सचिव खान एवं भूतत्व श्री शिशिर सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डाॅ0 धर्मेन्द्र सिंह गंगवार, प्रधान सचिव स्वास्थ्य श्री ब्रजेश मेहरोत्रा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री चंचल कुमार, सचिव स्वास्थ्य श्री आनंद किशोर, आयुक्त मगध प्रमण्डल श्री आर0के0 खंडेलवाल, आयुक्त तिरहुत प्रमण्डल मुजफ्फरपुर श्री आलोक कुमार, जिलाधिकारी पटना श्री अभय कुमार सिंह, जिलाधिकारी गया श्री संजय कुमार अग्रवाल, जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर श्री अनुपम कुमार, यूनिसेफ के राज्य प्रतिनिधि श्री यामिन मजूमदार सहित मुजफ्फरपुर, गया एवं पटना मेडिकल काॅलेज के वरीय चिकित्सकों ने भाग लिया।
बाद में मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के साथ वार्ता करते हुये कहा कि अनेक वर्षों से एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिन्ड्रोम के बीमारी के लक्षणों के तरह की बीमारी मुजफ्फरपुर, गया एवं राज्य के अन्य जगहों में गर्मी के मौसम में हो रही है, जिसको लेकर सरकार काफी परेशान एवं चिन्तित रहती है। बीमारी होती कैसे है, बीमारी है क्या, इस पर अनेक प्रकार की राय है। इस मर्ज की रोकथाम के लिये काफी प्रयास हो रहे हैं। जापानी इंसेफ्लाइटिस के केस तुलनात्मक रूप से कम हो रहे हैं।
पिछले साल इस मर्ज की रोकथाम के लिये टास्क फोर्स बनाया था, एस0ओ0पी0 (स्टैंडर्ड आॅपरेटिंग प्रोसिज्योर) बनाया गया, जिसके हिसाब से चिकित्सा में सहुलियत हो रही है। इस मर्ज के कारणों, लक्षणों एवं उपचार के लिये एम्स तथा आर0एम0आर0आई0 शोध कर रहा है। जिनलोगों ने इस क्षेत्र में अध्ययन किया है, उन सबों ने आज अपनी राय रखी है। बीमारी क्या हेाती है और क्यों हो रही है, इस पर किसी निश्चित नतीजे पर विशेषज्ञ नहीं पहुॅचे हैं। इसकी जानकारी के लिये एक संयुक्त शोध टीम बनानी चाहिये, जिसमें एम्स, आर0एम0आर0आई0, पटना मेडिकल काॅलेज, एस0के0एम0सी0एच0 मुजफ्फरपुर, अनुग्रहण नारायण मेडिकल काॅलेज गया, केजरीवाल अस्पताल मुजफ्फरपुर और जो भी इस मर्ज की रोकथाम के लिये शोध कर रहे हैं या इलाज में लगे हैं, उन सभी संस्थानों को मिलाकर एक संयुक्त शोध टीम बनाये जाने का आज फैसला लिया है। यूनिसेफ भी इसमें सहयोग करेगा, शोध के काम में सबको इनवाॅल्व कराया जायेगा ताकि इस मर्ज पर पूरी तरह से नियंत्रण पाया जा सके। बिहार सरकार इस शोध कार्य में जो आवश्यक होगी, वह सहायता करेगी तथा राज्य का स्वास्थ्य विभाग सभी संस्थानों से समन्वय कराने में सहयोग करेगा। जापानी इंसेफ्लाइटिस या इससे मिलते-जुलते लक्षण वाले बीमारियों को रोकने के लिये हमें हर चीज पर एक साथ कारगर रूप से हमला बोलना होगा। प्रचार-प्रसार पर भी ध्यान देना होगा। स्वच्छता पर ध्यान देना होगा, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करनी होगी तथा हाथ धोकर ही खाना खाने के लिये लेागों को प्रेरित करना होगा। कुपोषण से भी लोगों को बचाना होगा। वैज्ञानिकों ने अपने शोध में यह पाया है कि इस बीमारी का कारण गंदगी एवं कुपोषण भी है।
जनता दल परिवार के विलय से जुड़े पत्रकारों के एक प्रश्न के उतर में मुख्यमंत्री ने कहा कि जदयू विधायक दल ने विलय के प्रस्ताव पर प्रसन्नता व्यक्त की है तथा अपनी सहमति जतायी है। पार्टी की तरफ से निर्णय लेने के लिये जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शरद यादव एवं मुझे विधायक दल ने अधिकृत किया है। विलय की तिथि से जुड़े प्रश्न के उतर में मुख्यमंत्री ने कहा कि विलय की तिथि की घोषणा आदरणीय श्री मुलायम सिंह यादव जी द्वारा की जायेगी।
बाद में मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के साथ वार्ता करते हुये कहा कि अनेक वर्षों से एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिन्ड्रोम के बीमारी के लक्षणों के तरह की बीमारी मुजफ्फरपुर, गया एवं राज्य के अन्य जगहों में गर्मी के मौसम में हो रही है, जिसको लेकर सरकार काफी परेशान एवं चिन्तित रहती है। बीमारी होती कैसे है, बीमारी है क्या, इस पर अनेक प्रकार की राय है। इस मर्ज की रोकथाम के लिये काफी प्रयास हो रहे हैं। जापानी इंसेफ्लाइटिस के केस तुलनात्मक रूप से कम हो रहे हैं।
पिछले साल इस मर्ज की रोकथाम के लिये टास्क फोर्स बनाया था, एस0ओ0पी0 (स्टैंडर्ड आॅपरेटिंग प्रोसिज्योर) बनाया गया, जिसके हिसाब से चिकित्सा में सहुलियत हो रही है। इस मर्ज के कारणों, लक्षणों एवं उपचार के लिये एम्स तथा आर0एम0आर0आई0 शोध कर रहा है। जिनलोगों ने इस क्षेत्र में अध्ययन किया है, उन सबों ने आज अपनी राय रखी है। बीमारी क्या हेाती है और क्यों हो रही है, इस पर किसी निश्चित नतीजे पर विशेषज्ञ नहीं पहुॅचे हैं। इसकी जानकारी के लिये एक संयुक्त शोध टीम बनानी चाहिये, जिसमें एम्स, आर0एम0आर0आई0, पटना मेडिकल काॅलेज, एस0के0एम0सी0एच0 मुजफ्फरपुर, अनुग्रहण नारायण मेडिकल काॅलेज गया, केजरीवाल अस्पताल मुजफ्फरपुर और जो भी इस मर्ज की रोकथाम के लिये शोध कर रहे हैं या इलाज में लगे हैं, उन सभी संस्थानों को मिलाकर एक संयुक्त शोध टीम बनाये जाने का आज फैसला लिया है। यूनिसेफ भी इसमें सहयोग करेगा, शोध के काम में सबको इनवाॅल्व कराया जायेगा ताकि इस मर्ज पर पूरी तरह से नियंत्रण पाया जा सके। बिहार सरकार इस शोध कार्य में जो आवश्यक होगी, वह सहायता करेगी तथा राज्य का स्वास्थ्य विभाग सभी संस्थानों से समन्वय कराने में सहयोग करेगा। जापानी इंसेफ्लाइटिस या इससे मिलते-जुलते लक्षण वाले बीमारियों को रोकने के लिये हमें हर चीज पर एक साथ कारगर रूप से हमला बोलना होगा। प्रचार-प्रसार पर भी ध्यान देना होगा। स्वच्छता पर ध्यान देना होगा, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करनी होगी तथा हाथ धोकर ही खाना खाने के लिये लेागों को प्रेरित करना होगा। कुपोषण से भी लोगों को बचाना होगा। वैज्ञानिकों ने अपने शोध में यह पाया है कि इस बीमारी का कारण गंदगी एवं कुपोषण भी है।
जनता दल परिवार के विलय से जुड़े पत्रकारों के एक प्रश्न के उतर में मुख्यमंत्री ने कहा कि जदयू विधायक दल ने विलय के प्रस्ताव पर प्रसन्नता व्यक्त की है तथा अपनी सहमति जतायी है। पार्टी की तरफ से निर्णय लेने के लिये जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शरद यादव एवं मुझे विधायक दल ने अधिकृत किया है। विलय की तिथि से जुड़े प्रश्न के उतर में मुख्यमंत्री ने कहा कि विलय की तिथि की घोषणा आदरणीय श्री मुलायम सिंह यादव जी द्वारा की जायेगी।
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