पटना, 22 फरवरी 2015:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज मुख्यमंत्री के पद का शपथ लेने के बाद अपने आवास 7 सर्कुलर रोड में पत्रकारों के साथ वार्ता की और पत्रकारों को संबोधित करते हुये कहा कि हम आप सब लोगों का स्वागत करते हैं। शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने जो अतिथिगण आये, उनके हम शुक्रगुजार हैं। पूर्व प्रधानमंत्री श्री एच0डी0 देवगौड़ा, असम के मुख्यमंत्री श्री तरूण गोगोई, उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश सिंह यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शरद यादव, इंडियन लोक दल के नेता श्री अभय चैटाला, सांसद श्री दुष्यंत चैटाला, श्री कमल मोरारका, काॅग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री मोती लाल बोरा, काॅग्रेस के महासचिव श्री सी0पी0 जोशी, श्रीकान्त जेना, समाजवादी पार्टी के नेता श्री शिवपाल सिंह यादव, एन0सी0पी0 नेता श्री तारिक अनवर, असम प्रदेश काॅगे्रस के श्री अंजन दता, काॅग्रेस प्रदेश अध्यक्ष श्री अशोक चैधरी, काॅग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री सदानंद सिंह, राजद प्रदेश अध्यक्ष श्री रामचन्द्र पूर्वे, राजद के वरिष्ठ नेता श्री अब्दुलबारी सिद्दीकी, काॅग्रेस नेता श्री कृपाशंकर सिंह, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष श्री वशिष्ठ नारायण सिंह, जदयू के नेता एवं सांसद श्री के0सी0 त्यागी, पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माॅझी, पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष श्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री नन्दकिशोर यादव एवं तमाम दलों के नेतागण, विधायकगण, सांसद, पूर्व सांसदगण ने अपनी उपस्थिति थी। उन सभी को दिल की गहराई से धन्यवाद देता हूॅ। काॅग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गाॅधी एवं राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद नहीं आ सके, मगर उन्होंने भी अपनी शुभकामनायें दी है, उन्हें भी मैं धन्यवाद देता हूॅ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नौ माह पूर्व मैंने मुख्यमंत्री के पद का त्याग किया था और ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हो गयी थी, जिसके कारण मुझे फिर से जिम्मेदारी लेनी पड़ी। मैंने जिम्मेदारी ली है तो पूरे मन से ली है। मैंने तो पद छोड़ दिया था, मगर लोग मेरे फैसले से संतुष्ट नहीं थे और खुश भी नहीं थे। लोगों ने मुझे अगले पाॅच वर्षों के लिये जनादेश दिया था। हमारा पद त्याग जिस भावना से हुआ था, उससे लोग खुश नहीं हुये। मेरी पूरी कोशिश होगी कि सुशासन स्थापित रहे, कानून का राज रहे। प्रारंभ से ही सुशासन का कार्य कर रहा हूॅ। गवर्नेंस पर जोर रहा है और बिहार में ऐसा वातावरण बनाये जाने का प्रयास रहा है, जिसमें बिहारी कहलाना अपमान का नहीं गर्व का विषय हो। बिहार का जो गौरवशाली इतिहास रहा है, बिहार के लोगों में जो गौरव का भाव है, वह मजबूत होता रहे, बिहार आगे बढ़ता रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार बहुत पिछड़ा प्रदेश है, यह आगे बढ़े और प्रगति की ऊॅचाई को छुये, इसके लिये बुनियादी ढ़ांचा, शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, कृषि, ऊर्जा, अभिवंचित वर्गों का विकास एवं समाज के सभी क्षेत्रों पर मेरा जोर रहा है और रहेगा। हमारी प्राथमिकतायें सर्वविदित रही है। पहले से जो रोड मैप बना हुआ है, उस पर काम करते जायेंगे। काम में जो कमी आयी है और सुशासन में जो क्षरण आया है, उसको पाटने का प्रयास करेंगे और सारी कमियों को पूरा करने पर विशेष ध्यान देंगे। केन्द्र सरकार से भी अपेक्षा रहेगी कि बिहार को उसका बाजिव हक मिले। सबका सहयोग प्राप्त करने की कोशिश करेंगे। राजनीतिक तौर पर आमने-सामने हो सकते हैं। केन्द्र की सरकार और राज्य की सरकार दोनों की जिम्मेदारी है। जो राज्य पिछड़े हैं, उस पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये। जितना परिश्रम करना पड़ेगा, करेंगे। बिहार को विकास के रास्ते पर ले जायेंगे। भावना से ग्रस्त होकर या पूर्वाग्रह से प्रेरित होकर कोई कदम नहीं उठायेंगे। जो फैसले लिये गये हैं, उसे खुले मन से बिना पूर्वाग्रह और भावना से ग्रस्त होकर परखूॅगा। इसके लिये उचित कदम उठाऊॅगा, मन में कोई पूर्वाग्रह नहीं है। शासन चलाना पूर्वाग्रह से नहीं होता है। केन्द्र सरकार के मंत्री के रूप में काम करने का और बिहार में साढ़े आठ वर्षों तक मुख्यमंत्री के रूप में बिहार की सेवा का जो अवसर मिला है, उसके आधार पर काम को गति देना हमारी प्राथमिकता होगी। राजनीतिक काम भी अपनी गति से चलता रहेगा। जदयू, राजद एवं काॅगे्रस तथा कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति आभार व्यक्त करता हूॅ, जिन्होंने अपनी एकजुटता कायम रखी। भविष्य में इसी तरह की एकजुटता कायम रहे, इसके लिये प्रयास जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो सुशासन का एजेंडा और विकास का रोड मैप बनाया है, उस पर मेरा फोकस रहेगा। उसी के आधार पर लोगों की खिदमत करने की कोशिश करेंगे। मीडिया ने बिना पूर्वाग्रह के सारी परिस्थितियों को जिस तरह रखा है और निष्पक्ष सेवा की है, उसके लिये भी मैं उनका अभिनंदन करता हूॅ। हमने कोशिश की थी कि जो भी बिहार के लोग देश के बाहर रहते हैं, उन सबका सहयोग राज्य के विकास एवं निर्माण में लिया जाय। बिहार के विकास में सब योगदान करें। लोगों ने जब कहना शुरू कर दिया कि जनता ने पाॅच वर्षों के लिये जनादेश दिया था। इसको देखते हुये कुछ काम और करना पड़ेगा। जिस प्रकार से लोगों का रिस्पांस देख रहा हूॅ, उससे लगता है कि लोगों का भरोसा और विश्वास मुझ पर है। हम उनके भरोसे एवं अपेक्षा के अनुसार खरे होने का प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि आपतिजनक होर्डिंग को लगाये जाने की इजाजत नहीं देनी चाहिये। इस प्रकार की कोशिश को नाकाम करें। प्रेम, सद्भाव, भाईचारा, एकता, प्यार, स्नेह के भाव से बिहार को नई ऊॅचाई पर ले जायेंगे। 22 मार्च को बिहार दिवस मनायेंगे और बिहार को और आगे ले जाने और बेहतर बनाने का संकल्प दोहरायेंगे। लोगों का भरोसा एवं विश्वास कायम रहे, इसका प्रयास करेंगे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बधाई देने से जुड़े एक प्रश्न के उतर में मुख्यमंत्री ने कहा कि वे प्रधानमंत्री जी को बधाई देने के लिये धन्यवाद देते हैं। राज्य सरकार पूरे तौर पर केन्द्र के साथ सहयोग कर राज्य एवं देश के हित में काम करेगी। बिहार के विकास के लिये अपेक्षित सहयोग केन्द्र से चाहेगी। जब भी जरूरत होगी प्रधानमंत्री से मिलूॅगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का पूर्वी क्षेत्र अभी भी पिछड़ा हुआ है। बहुत सारे ऐसे विषय हैं, जो हम सबोें के लिये सामान्य रूप से आवश्यक हैं। आर्थिक नजरिये से पूर्वी राज्यों के बीच मेल-जोल अच्छा रहेगा। मंत्रिमण्डल का विस्तार अगले विधानसभा सत्र के बाद किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बिहार को केन्द्र से मिलने वाली सहायता की वे समीक्षा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों से अपील किया कि वे एकता, भाईचारा, सद्भाव, प्यार, स्नेह का वातावरण राज्य में कायम रखें। उन्होंने राज्यवासियों के द्वारा उन्हें दिये गये विश्वास एवं स्नेह, प्यार के लिये धन्यवाद दिया।