पटना, 24 फरवरी 2015:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने विडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि होली के समय में राज्य के लोग जो बाहर रहते हैं, उनके घर वापस लौटने की परंपरा है। इस समय स्वाईन फ्लू का वायरस यहाॅं नहीं आये, इसके लिए हर स्टेशन पर स्वाईन फ्लू के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग करायी जायेगी और उनके इलाज की व्यवस्था किये जायें। सभी स्टेशनों पर लाउडस्पीकर एवं बैनर और पोस्टर के माध्यम से स्वाईन फ्लू से बचाव के लिए व्यापक प्रचार कराये जायें। स्वाईन फ्लू के प्रकोप को कई राज्यों में देखते हुए राज्य में स्वाईन फ्लू से बचाव के लिए व्यापक प्रबंध किये गये हैं। स्वाईन फ्लू की जाॅंच भी यहाॅं पर संभव है। राजेन्द्र मेडिकल रिसर्च इन्टीच्यूट पटना में आज राज्य के सभी आठ मेडिकल काॅलेज और राज्य के सभी जिलों के दो-दो चिकित्सकों का वर्कशाॅप कराया जा रहा है। उन्हंे ैजंदकंतक व्चमतंजपअम च्तवबमकनतम की जानकारी दी जा रही है। उन्हें स्वाईन फ्लू के लक्षण एवं बचाव की जानकारियाॅं दी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि ई-मेल के माध्यम से स्वाईन फ्लू से बचाव के लिए जिला पदाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को जानकारी दी जाय तथा जहाॅं पर सुअरों का वास होता है, वहाॅं पर साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था करायी जाय। जिस क्षेत्र मंे स्वाईन फ्लू पीडि़त मरीज पाये जायें, वहाॅं पर टीकाकरण का अभियान चलाया जाय। पंचायत एवं नगर निकायों के जनप्रतिनिधियेां को भी स्वाईन फ्लू की संवेदनशीलता की जानकारी दी जाय और उनसे मदद ली जाय। दो-तीन दिनों के अंदर सभी जिला पदाधिकारी अपने जिले में स्वाईन फ्लू से बचाव के लिए की गई सभी तैयारियेां को पूरा कराते हुए समीक्षा बैठक करें।
मुख्यमंत्री ने स्वाईन फ्लू से बचाव के लिए सभी जिला अस्पतालों में पाॅंच-पाॅंच बेड का आइसोलेशन वार्ड, पी0एम0सी0एच0, एन0एम0सी0एच0 मेें तीस-तीस बेड का आइसोलेशन वार्ड तथा राज्य के शेष मेडिकल काॅलेजों में दस-दस मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाये जाने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि ई-मेल के माध्यम से स्वाईन फ्लू से बचाव के लिए जिला पदाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को जानकारी दी जाय तथा जहाॅं पर सुअरों का वास होता है, वहाॅं पर साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था करायी जाय। जिस क्षेत्र मंे स्वाईन फ्लू पीडि़त मरीज पाये जायें, वहाॅं पर टीकाकरण का अभियान चलाया जाय। पंचायत एवं नगर निकायों के जनप्रतिनिधियेां को भी स्वाईन फ्लू की संवेदनशीलता की जानकारी दी जाय और उनसे मदद ली जाय। दो-तीन दिनों के अंदर सभी जिला पदाधिकारी अपने जिले में स्वाईन फ्लू से बचाव के लिए की गई सभी तैयारियेां को पूरा कराते हुए समीक्षा बैठक करें।
मुख्यमंत्री ने स्वाईन फ्लू से बचाव के लिए सभी जिला अस्पतालों में पाॅंच-पाॅंच बेड का आइसोलेशन वार्ड, पी0एम0सी0एच0, एन0एम0सी0एच0 मेें तीस-तीस बेड का आइसोलेशन वार्ड तथा राज्य के शेष मेडिकल काॅलेजों में दस-दस मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाये जाने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया।
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