पटना, 18 फरवरी 2015:- वितीय अनुशासन को अपनाकर आज चालू की गयी सभी योजनाओं का कार्यान्वयन ससमय पूरा करें। जो योजनायें आज प्रारंभ की गयी है, उसे समय पर पूरा करायेंगे, योजनाओं को पूरा करने में वित से लेकर अन्य समस्याओं को नहीं आने देंगे। आज मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माॅझी मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद सभाकक्ष में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की 5340.49 लाख रूपये की 13 योजनाओं का शिलान्यास, 5916.67 लाख रूपये की 20 योजनाओं का कार्यारंभ एवं 7696.51 लाख रूपये की 21 योजनाओं का उद्घाटन समेकित रूप से रिमोट कंट्रोल के माध्यम से कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग की 2530.29 करोड़ रूपये की लागत से 122 पथों, जिसकी कुल लंबाई 1538.28 किलोमीटर है एवं 367.27 करोड़ रूपये की लागत से निर्माण की जाने वाली 84 पुल/पुलियों की आधारशिला भी रखी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग की 3580.21 करोड़ रूपये की 2426 पथों एवं 28.50 करोड़ रूपये की लागत से निर्माण किये जाने वाले दो पुलों का शिलान्यास तथा 11.06 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित तीन पथों एवं तीन पुलों का समेकित रूप से उद्घाटन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में विकास के जो काम हो रहे हैं, उससे अपेक्षित लाभ लोगों को मिल रहा है। हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ पहुॅचे और न्याय के साथ सभी क्षेत्रों का विकास हो। राज्य के सभी टोले, मुहल्ले पक्की सड़क से जुड़े और लोगों को आवागमन की सुविधायें मिले। उन्होंने कहा कि बिहार की आर्थिक स्थिति संकट में है। 57 हजार करोड़ रूपये का योजना बजट एवं इतनी ही राशि की गैर योजना बजट चालू वितीय वर्ष के लिये बनाया था, मगर हमारे वार्षिक योजना में कटिंग होगी, जिस कारण योजनाओं को पूरा करने में कठिनाई होगी। बिहार की स्थिति को देखते हुये पदाधिकारी एवं संवेदक सहयोग करें। योजनाओं के कार्यान्वयन में विलम्ब होने से प्राक्कलित राशि में कई गुणा वृद्धि हो जाती है और प्राक्कलित राशि को रिवाइज करना हमारी लाचारी हो जाती है। ससमय योजनाओं को पूरा करने से कई हजार करोड़ रूपये हम बचा सकेंगे और इस बची हुयी राशि से अन्य नई योजना को प्रारंभ कर पायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब का अर्थ मात्र अनुसूचित जाति/जनजाति के गरीब नहीं बल्कि सभी वर्ग, जाति के गरीबों से है। उन्होंने कहा कि गरीबों को अधिक से अधिक नियोजित करने के लिये ठेकेदारी में आरक्षण की व्यवस्था लागू की है। उन्होंने कहा कि एस्टिमेट ठीक ढ़ंग से बने और जो भी काम किये जायें, उसमें गुणवता हो। ईमानदारी के साथ योजनाओं को पूरा कराया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे नियोजित शिक्षक, टोला सेवक, ममता, आशा बहन, विकास मित्र के साथ-साथ अन्य अल्पभोगी कर्मचारियों के लिये भी सोंच रहे हैं। सामाजिक क्षेत्र में भी हम काम कर रहे हैं और सबके घरों में खुशहाली और समृद्धि लाये जाने का प्रयास कर रहे हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लगभग 63 लाख वृद्ध, विकलांग, विधवाओं को पाॅच महीने का पेंशन दो-दो हजार रूपये का भुगतान किये जाने की शुरूआत सांकेतिक रूप से सभी श्रेणी के दस-दस लाभुकों को पेंशन की राशि देकर किया। उन्होंने कहा कि पेंशन मद का बारह सौ करोड़ रूपये का भुगतान कराया जा रहा है।
समारोह की अध्यक्षता पथ निर्माण मंत्री डाॅ0 भीम सिंह ने किया और कहा कि उनकी सरकार का वादा न्याय के साथ विकास का है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष योजना मद से लगभग 40 हजार करोड़ रूपये का निर्माण कार्य होता है, जिसमें नियमानुसार चार हजार करोड़ रूपये की राशि काॅन्टैक्टर बेनिफिट के रूप में जाता है। उन्होंने कहा कि 70 लाख से नीचे के ठेके में अनुसूचित जाति/जनजाति को आरक्षण दिये जाने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने पथ निर्माण विभाग की अनेक उपलब्धियों की चर्चा भी की।
नगर विकास मंत्री श्री सम्राट चैधरी ने समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि खगडि़या के आगवानी घाट से सुलतानगंज तक पुल निर्माण की योजना को प्रारंभ करने के लिये मुख्यमंत्री एवं पथ निर्माण विभाग के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। इस पुल के निर्माण पर साढ़े आठ सौ करोड़ रूपये की लागत आयेगी और एप्रोच्च रोड इत्यादि को लगाकर यह प्रोेजेक्ट लगभग 1700 करोड़ रूपये का होगा। उन्होंने कहा कि यह पुल नेपाल से देवघर तक की कांवर यात्रा के तीर्थयात्रियों के लिये काफी लाभदायक होगी और इस क्षेत्र के लोगों ने जो अस्सी के दशक में सपना देखा था, वह साकार होगा।
समाज कल्याण मंत्री श्री महाचन्द्र प्रसाद सिंह ने समाज कल्याण के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। स्वागत भाषण सचिव पथ निर्माण श्रीमती हरजोत कौर ने किया और आज के समारोह की विशेषताओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इस अवसर पर विधायक श्री सुमित कुमार सिंह, विधायक श्री पवन जायसवाल, सचिव ग्रामीण कार्य श्री चंचल कुमार, सचिव समाज कल्याण श्री अरविन्द चैधरी, अध्यक्ष पुल निर्माण निगम श्री विनय कुमार सहित पथ निर्माण, समाज कल्याण, ग्रामीण कार्य विभाग के अनेक वरीय अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग की 3580.21 करोड़ रूपये की 2426 पथों एवं 28.50 करोड़ रूपये की लागत से निर्माण किये जाने वाले दो पुलों का शिलान्यास तथा 11.06 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित तीन पथों एवं तीन पुलों का समेकित रूप से उद्घाटन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में विकास के जो काम हो रहे हैं, उससे अपेक्षित लाभ लोगों को मिल रहा है। हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ पहुॅचे और न्याय के साथ सभी क्षेत्रों का विकास हो। राज्य के सभी टोले, मुहल्ले पक्की सड़क से जुड़े और लोगों को आवागमन की सुविधायें मिले। उन्होंने कहा कि बिहार की आर्थिक स्थिति संकट में है। 57 हजार करोड़ रूपये का योजना बजट एवं इतनी ही राशि की गैर योजना बजट चालू वितीय वर्ष के लिये बनाया था, मगर हमारे वार्षिक योजना में कटिंग होगी, जिस कारण योजनाओं को पूरा करने में कठिनाई होगी। बिहार की स्थिति को देखते हुये पदाधिकारी एवं संवेदक सहयोग करें। योजनाओं के कार्यान्वयन में विलम्ब होने से प्राक्कलित राशि में कई गुणा वृद्धि हो जाती है और प्राक्कलित राशि को रिवाइज करना हमारी लाचारी हो जाती है। ससमय योजनाओं को पूरा करने से कई हजार करोड़ रूपये हम बचा सकेंगे और इस बची हुयी राशि से अन्य नई योजना को प्रारंभ कर पायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब का अर्थ मात्र अनुसूचित जाति/जनजाति के गरीब नहीं बल्कि सभी वर्ग, जाति के गरीबों से है। उन्होंने कहा कि गरीबों को अधिक से अधिक नियोजित करने के लिये ठेकेदारी में आरक्षण की व्यवस्था लागू की है। उन्होंने कहा कि एस्टिमेट ठीक ढ़ंग से बने और जो भी काम किये जायें, उसमें गुणवता हो। ईमानदारी के साथ योजनाओं को पूरा कराया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे नियोजित शिक्षक, टोला सेवक, ममता, आशा बहन, विकास मित्र के साथ-साथ अन्य अल्पभोगी कर्मचारियों के लिये भी सोंच रहे हैं। सामाजिक क्षेत्र में भी हम काम कर रहे हैं और सबके घरों में खुशहाली और समृद्धि लाये जाने का प्रयास कर रहे हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लगभग 63 लाख वृद्ध, विकलांग, विधवाओं को पाॅच महीने का पेंशन दो-दो हजार रूपये का भुगतान किये जाने की शुरूआत सांकेतिक रूप से सभी श्रेणी के दस-दस लाभुकों को पेंशन की राशि देकर किया। उन्होंने कहा कि पेंशन मद का बारह सौ करोड़ रूपये का भुगतान कराया जा रहा है।
समारोह की अध्यक्षता पथ निर्माण मंत्री डाॅ0 भीम सिंह ने किया और कहा कि उनकी सरकार का वादा न्याय के साथ विकास का है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष योजना मद से लगभग 40 हजार करोड़ रूपये का निर्माण कार्य होता है, जिसमें नियमानुसार चार हजार करोड़ रूपये की राशि काॅन्टैक्टर बेनिफिट के रूप में जाता है। उन्होंने कहा कि 70 लाख से नीचे के ठेके में अनुसूचित जाति/जनजाति को आरक्षण दिये जाने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने पथ निर्माण विभाग की अनेक उपलब्धियों की चर्चा भी की।
नगर विकास मंत्री श्री सम्राट चैधरी ने समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि खगडि़या के आगवानी घाट से सुलतानगंज तक पुल निर्माण की योजना को प्रारंभ करने के लिये मुख्यमंत्री एवं पथ निर्माण विभाग के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। इस पुल के निर्माण पर साढ़े आठ सौ करोड़ रूपये की लागत आयेगी और एप्रोच्च रोड इत्यादि को लगाकर यह प्रोेजेक्ट लगभग 1700 करोड़ रूपये का होगा। उन्होंने कहा कि यह पुल नेपाल से देवघर तक की कांवर यात्रा के तीर्थयात्रियों के लिये काफी लाभदायक होगी और इस क्षेत्र के लोगों ने जो अस्सी के दशक में सपना देखा था, वह साकार होगा।
समाज कल्याण मंत्री श्री महाचन्द्र प्रसाद सिंह ने समाज कल्याण के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। स्वागत भाषण सचिव पथ निर्माण श्रीमती हरजोत कौर ने किया और आज के समारोह की विशेषताओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इस अवसर पर विधायक श्री सुमित कुमार सिंह, विधायक श्री पवन जायसवाल, सचिव ग्रामीण कार्य श्री चंचल कुमार, सचिव समाज कल्याण श्री अरविन्द चैधरी, अध्यक्ष पुल निर्माण निगम श्री विनय कुमार सहित पथ निर्माण, समाज कल्याण, ग्रामीण कार्य विभाग के अनेक वरीय अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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