पटना, 31 मार्च 2015:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कल दिनांक- 30.03.2015 को हुए ओलापात से फसल की क्षति एवं वज्रपात से हुई मृत्यु को गंभीरता से लेते हुए आज मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि ओलापात से हुए फसल नुकसान के लिए किसानों को सहायता दी जाय।
समीक्षा बैठक में संबंधित विभागों के प्राथमिक मूल्यांकन पर विमर्श किया गया। कृषि उत्पादन आयुक्त श्री विजय प्रकाश एवं प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन श्री व्यास जी ने मुख्यमंत्री को बताया कि शीतलहर (ब्वसकूंअम) से मसूर के फसल की व्यापक पैमाने पर क्षति हुई है। ओलापात से गेहूॅ एवं अन्य फसलों की व्यापक क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि किसानवार विस्तृत क्षति का आकलन करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि दिनांक 01.04.2015 को मुख्य सचिव के स्तर पर सभी जिला पदाधिकारियों के साथ विडियो कांफ्रेंसिंग कर जिलावार विभिन्न फसलों के किसानवार क्षति का पूर्ण आकलन प्राप्त किया जाये ताकि किसानों को सहायता देने में तेजी लायी जाये।
प्राकृतिक आपदा से विभिन्न जिलों में 20 लोगों की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रत्येक मृतकों के परिजनों को आपदा प्रबंधन विभाग से 1.5 लाख रूपये एवं मख्यमंत्री राहत कोष से 50 हजार रूपये अर्थात कुल 2 लाख रूपये प्रति मृतक के परिवारों को मुआवजा दिया जाय।
बैठक में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, मंत्री कृषि, जल संसाधन एवं सूचना जन-सम्पर्क श्री विजय कुमार चैधरी, मंत्री आपदा प्रबंधन एवं समाज कल्याण श्रीमती लेशी सिंह, मुख्य सचिव श्री अंजनी कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री विजय प्रकाश, प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन श्री व्यास जी, प्रधान सचिव कृषि श्री सुधीर कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री धर्मेन्दर सिंह गंगवार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अतीश चन्द्रा, निदेशक कृषि श्री धर्मेन्दर सिंह सहित संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
समीक्षा बैठक में संबंधित विभागों के प्राथमिक मूल्यांकन पर विमर्श किया गया। कृषि उत्पादन आयुक्त श्री विजय प्रकाश एवं प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन श्री व्यास जी ने मुख्यमंत्री को बताया कि शीतलहर (ब्वसकूंअम) से मसूर के फसल की व्यापक पैमाने पर क्षति हुई है। ओलापात से गेहूॅ एवं अन्य फसलों की व्यापक क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि किसानवार विस्तृत क्षति का आकलन करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि दिनांक 01.04.2015 को मुख्य सचिव के स्तर पर सभी जिला पदाधिकारियों के साथ विडियो कांफ्रेंसिंग कर जिलावार विभिन्न फसलों के किसानवार क्षति का पूर्ण आकलन प्राप्त किया जाये ताकि किसानों को सहायता देने में तेजी लायी जाये।
प्राकृतिक आपदा से विभिन्न जिलों में 20 लोगों की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रत्येक मृतकों के परिजनों को आपदा प्रबंधन विभाग से 1.5 लाख रूपये एवं मख्यमंत्री राहत कोष से 50 हजार रूपये अर्थात कुल 2 लाख रूपये प्रति मृतक के परिवारों को मुआवजा दिया जाय।
बैठक में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, मंत्री कृषि, जल संसाधन एवं सूचना जन-सम्पर्क श्री विजय कुमार चैधरी, मंत्री आपदा प्रबंधन एवं समाज कल्याण श्रीमती लेशी सिंह, मुख्य सचिव श्री अंजनी कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री विजय प्रकाश, प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन श्री व्यास जी, प्रधान सचिव कृषि श्री सुधीर कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री धर्मेन्दर सिंह गंगवार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अतीश चन्द्रा, निदेशक कृषि श्री धर्मेन्दर सिंह सहित संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।