पटना, 26 मार्च 2015:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज सुबह पटना उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धेश्वरी प्रसाद सिंह के राजेन्द्र नगर स्थित आवास जाकर उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण किया, श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके निकट संबंधियों के साथ आधे घंटे से अधिक समय रहकर सांत्वना दी तथा उनके व्यक्तित्व, कृतित्व का स्मरण किया। मुख्यमंत्री ने स्व0 सिद्धेश्वरी प्रसाद सिंह के पुत्र यथा श्री नरेश प्रसाद सिंह, श्री शैलेन्द्र प्रसाद सिंह, पुत्र वधु श्रीमती इन्द्रा सिंह, श्रीमती चन्द्रलेखा सिंह, श्रीमती आशा सिंह एवं उनके अन्य निकट संबंधियों से भी मुलाकात की और सिद्धी बाबू से जुड़ी यादों का स्मरण किया।
पत्रकारों से वार्ता करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धी बाबू के निधन से बिहार की बड़ी क्षति हुई है। वे जीवन प्रयन्त तक अपना काम करते रहे। अंतिम समय तक सामाजिक जीवन में सक्रिय रहे। सामाजिक कार्यांे में उनकी बेहद दिलचस्पी थी। वे विशिष्ट एवं प्रबुद्ध नागरिक थे। 70 साल से पटना उच्च न्यायालय में वकील थे। पूरी सक्रियता और याददाश के साथ अपना काम करते थे। चैतन्य रहते थे। कई अवसरों पर उनसे मुलाकात होती थी। वे सुझाव देते थे। उनसे मिलने से ऐसा लगता था कि ज्ञानवर्द्धन हो रहा है। मैं उन्हें पूरी श्रद्धा से श्रद्धांजलि अर्पित करता हॅू।
पत्रकारों से वार्ता करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धी बाबू के निधन से बिहार की बड़ी क्षति हुई है। वे जीवन प्रयन्त तक अपना काम करते रहे। अंतिम समय तक सामाजिक जीवन में सक्रिय रहे। सामाजिक कार्यांे में उनकी बेहद दिलचस्पी थी। वे विशिष्ट एवं प्रबुद्ध नागरिक थे। 70 साल से पटना उच्च न्यायालय में वकील थे। पूरी सक्रियता और याददाश के साथ अपना काम करते थे। चैतन्य रहते थे। कई अवसरों पर उनसे मुलाकात होती थी। वे सुझाव देते थे। उनसे मिलने से ऐसा लगता था कि ज्ञानवर्द्धन हो रहा है। मैं उन्हें पूरी श्रद्धा से श्रद्धांजलि अर्पित करता हॅू।
No comments:
Post a Comment