पटना, 09 मार्च 2015:- अंगिका भाषा बड़ी आबादी द्वारा बोली जाती है। अंगिका भाषा को प्रोत्साहित करने के लिये राज्य में अंगिका अकादमी का गठन किया जायेगा। खेल-कूद को बढ़ावा देने के लिये मुरारका काॅलेज सुलतानगंज में स्टेडियम का निर्माण कराया जायेगा। यह घोषणा आज मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मुरारका काॅलेज सुलतानगंज प्रांगण में अगुवानी घाट खगडि़या से सुलतानगंज-भागलपुर के बीच गंगा नदी पर 1710.77 करोड़ रूपये की लागत से 2ग2 लेन उच्चस्तरीय आर0सी0सी0 पुल के निर्माण कार्य का शुभारंभ रिमोट कंट्रोल से करने के बाद महती जनसभा को संबोधित करते हुये की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुलतानगंज अगुवानी घाट पुल के निर्माण का कार्य साढ़े चार वर्ष में पूरा होगा। इस पुल की आधारशीला एक वर्ष पहले मैंने रखा था। आज पुल का कार्य प्रारंभ हो रहा है। इस जगह पर पुल निर्माण की लोगों में आकांक्षा थी। पुल निर्माण का कार्य प्रारंभ होने से सब जगह पर प्रसन्नता है। अगुवानी घाट एवं सुलतानगंज के बीच यह पुल नदी के दो किनारे को नहीं जोड़ेगा बल्कि दो संस्कृतियों को जोड़ेगा। यह बहुत ही उपयोगी पुल है। जब पुल बनता है तो विकास होता है, अनेक तरह की सुविधायें बढ़ती है। आवागमन का साधन बढ़ता है, कृषकों को उनके उत्पादन का उचित मूल्य और बाजार मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में गंगा नदी पर कई पुलों का निर्माण कार्य प्रारंभ किया है। गाॅधी सेतु के पूरब गंगा नदी में एक छह लेन का पुल बनायेंगे, इसके लिये प्रयत्न चल रहा है। इसके अतिरिक्त भागलपुर-नवगछिया, मोकामा-बेगूसराय, पटना-हाजीपुर में पुल पहले से है। इन पुलों पर काफी दवाब बढ़ गया है। आरा-छपरा के बीच गंगा नदी पर पुल बन रहा है। बख्तियारपुर से ताजपुर के बीच गंगा नदी पर पुल बन रहा है। मुॅगेर-खगडि़या के बीच सड़क सह रेल पुल बन रहा है। दीघा में भी सड़क सह रेल पुल बन रहा है। इन पुलों के निर्माण से आवागमन का साधन बढ़ जायेगा। सुगमता से लेाग गंगा से इस पार से उस पार जा सकेंगे। विकास की धारा बहेगी। उन्होंने कहा कि सुलतानगंज- अगुवानी घाट के पुल का निर्माण सरकार अपने खजाने से करेगी, कर्ज भी लेगी। यह पुल हम सबकी अपेक्षा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पथ निर्माण विभाग के द्वारा अनेक पुल/पुलिया बनाये गये हैं। आवागमन के साधन को बढ़ाया गया है। राज्य में सड़कों का जाल बिछाया है। वर्ष 2006 में ही सड़क निर्माण के लिये मंजिल तय कर दी थी और यह लक्ष्य निर्धारित किया था कि राज्य के सुदूर गाॅवों से भी पटना पहुॅचने में छह घंटे से अधिक का समय न लगे। अब लोग राज्य के किसी भी कोने से पटना छह घंटे के अंदर पहुॅच रहे हैं। हमारी जमीन उपजाऊ है, कृषि क्षेत्र का विकास दर हमारे यहाॅ राष्ट्रीय औासत से ज्यादा है। हम कृषि पर भी महत्व दे रहे हैं, दो किनारों को जोड़ने के साथ-साथ समाज की दूरी को भी पाटते हैं। विश्वास का सेतु बना रहे हैं। विश्वास, समरसता और भाईचारा का वातावरण राज्य में बना रहे हैं। राज्य में कानून का राज स्थापित करना हमारी प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 14वें वित आयोग के प्रतिवेदन से राज्य को नुकसान हो रहा है। पहले हमें 10.9 प्रतिशत की राशि मिलती थी, जो अब घटकर 9.6 प्रतिशत मिलेगी। राशि बढ़ जायेगी, मगर कुल मिलाकर तुलनात्मक रूप से प्रतिशत में नुकसान होगा। हमने केन्द्र सरकार से कमी की भरपाई की माॅग की है। बिहार को अधिक से अधिक मदद मिलनी चाहिये। केन्द्रीय वित मंत्री से भी मिले थे। 14वेें वित आयोग की अनुशंसा से राज्य को होने वाले नुकसान से अवगत कराया है। नुकसान की भरपाई की माॅग की है। प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखकर स्थिति से अवगत करा दिया है। बिहार और बिहारवासियों के लिये जहाॅ भी जाना पड़ेगा, जायेंगे। जिस दरवाजे को खटखटाने की जरूरत होगी, खटखटायेंगे। उनके सामने अपनी बात रखेंगे। बिहार को न्याय दिलाने में कोई कोताही नहीं होगी। जहाॅ तक बिहार के हक का सवाल है, इस प्रश्न को उठाना ही पड़ेगा। मिल-जुलकर इस लड़ाई को लड़ना ही पड़ेगा। विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो कल-कारखाना लगाने वालों को केन्द्रीय कर में छूट मिलेगी। वे उत्साहित होंगे और बिहार में निवेश करेंगे। राज्य में कल-कारखाना स्थापित होगा। हमारे लाखों युवकों को रोजगार मिलेगा इसलिये विशेष राज्य के दर्जा की माॅग करते हैं। हमारी यह माॅग जारी रहेगी, बिहार की हकमारी नहीं होने देंगे।
बिहार में प्रेम, भाईचारा का वातावरण बना रहना चाहिये। हर तबके, वर्ग, समुदाय, जाति, धर्म के लिये काम करते हैं। अगड़ेे-पिछड़े, सभी धर्म, सम्प्रदाय, जाति को साथ लेकर चलेंगे। राज्य में न्याय के साथ विकास होगा। सबकी ताकत के बदौलत ही मजबूत बिहार का निर्माण होगा। प्रेम, सद्भाव, मोहब्बत बना रहे तो बिहार को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं पायेगा। हम सब मिलकर रहें, देश एवं राज्य को तरक्की की ऊॅचाई पर पहुॅचायें। आप सबके सहयोग से हम ऐसा बिहार बनायेंगे, जिसमें बिहारी कहलाना स्वाभिमान का विषय होगा।
समारोह की अध्यक्षता पथ निर्माण मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि अगुवानी घाट से सुलतानगंज पुल के निर्माण का कार्य साढ़े चार वर्षों में पूरा होगा। हमने पथ निर्माण विभाग के अधिकारी, अभियंता एवं संवेदकों को कहा है कि वे समय से पहले निर्माण कार्य को पूरा करें तो वे पुरस्कृत किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि आज राज्य की कई सड़क निर्माण की योजनाओं का आधारशीला भी रखा गया है। चम्पा नाला पुल और घोड़घट पुल का निर्माण कार्य शीघ्र करायेंगे। दोनों पुलों के निर्माण में आयी अड़चनों को समाप्त कराया जा रहा है और शीघ्र ही निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।
समारोह को वित मंत्री श्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने भी संबोधित किया और कहा कि उतर से दक्षिण को जोड़ने का इतना बड़ा काम कभी नहीं हुआ था, जो मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के शासनकाल में हुआ है। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के तेजस्वी नेतृत्व में राज्य दिनोंदिन तरक्की करता रहेगा।
समारोह को सांसद श्रीमती कहकशां परवीन, विधायक यथा- श्री अजय कुमार मण्डल, श्री रामानंद प्रसाद सिंह, श्रीमती पूनम यादव, श्रीमती नीता चैधरी, श्री अजीत शर्मा, श्री सुबोध राय एवं पूर्व सांसद श्री भूदेव चैधरी ने भी संबोधित किया और राज्य सरकार की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की। स्वागत भाषण प्रधान सचिव पथ निर्माण श्री अरूण कुमार सिंह ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन पुल निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक श्री विनय कुमार ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को शुभचिन्तकों एवं आयोजकों द्वारा फूलों का बड़ा माला, पुष्प-गुच्छ एवं अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुलतानगंज अगुवानी घाट पुल के निर्माण का कार्य साढ़े चार वर्ष में पूरा होगा। इस पुल की आधारशीला एक वर्ष पहले मैंने रखा था। आज पुल का कार्य प्रारंभ हो रहा है। इस जगह पर पुल निर्माण की लोगों में आकांक्षा थी। पुल निर्माण का कार्य प्रारंभ होने से सब जगह पर प्रसन्नता है। अगुवानी घाट एवं सुलतानगंज के बीच यह पुल नदी के दो किनारे को नहीं जोड़ेगा बल्कि दो संस्कृतियों को जोड़ेगा। यह बहुत ही उपयोगी पुल है। जब पुल बनता है तो विकास होता है, अनेक तरह की सुविधायें बढ़ती है। आवागमन का साधन बढ़ता है, कृषकों को उनके उत्पादन का उचित मूल्य और बाजार मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में गंगा नदी पर कई पुलों का निर्माण कार्य प्रारंभ किया है। गाॅधी सेतु के पूरब गंगा नदी में एक छह लेन का पुल बनायेंगे, इसके लिये प्रयत्न चल रहा है। इसके अतिरिक्त भागलपुर-नवगछिया, मोकामा-बेगूसराय, पटना-हाजीपुर में पुल पहले से है। इन पुलों पर काफी दवाब बढ़ गया है। आरा-छपरा के बीच गंगा नदी पर पुल बन रहा है। बख्तियारपुर से ताजपुर के बीच गंगा नदी पर पुल बन रहा है। मुॅगेर-खगडि़या के बीच सड़क सह रेल पुल बन रहा है। दीघा में भी सड़क सह रेल पुल बन रहा है। इन पुलों के निर्माण से आवागमन का साधन बढ़ जायेगा। सुगमता से लेाग गंगा से इस पार से उस पार जा सकेंगे। विकास की धारा बहेगी। उन्होंने कहा कि सुलतानगंज- अगुवानी घाट के पुल का निर्माण सरकार अपने खजाने से करेगी, कर्ज भी लेगी। यह पुल हम सबकी अपेक्षा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पथ निर्माण विभाग के द्वारा अनेक पुल/पुलिया बनाये गये हैं। आवागमन के साधन को बढ़ाया गया है। राज्य में सड़कों का जाल बिछाया है। वर्ष 2006 में ही सड़क निर्माण के लिये मंजिल तय कर दी थी और यह लक्ष्य निर्धारित किया था कि राज्य के सुदूर गाॅवों से भी पटना पहुॅचने में छह घंटे से अधिक का समय न लगे। अब लोग राज्य के किसी भी कोने से पटना छह घंटे के अंदर पहुॅच रहे हैं। हमारी जमीन उपजाऊ है, कृषि क्षेत्र का विकास दर हमारे यहाॅ राष्ट्रीय औासत से ज्यादा है। हम कृषि पर भी महत्व दे रहे हैं, दो किनारों को जोड़ने के साथ-साथ समाज की दूरी को भी पाटते हैं। विश्वास का सेतु बना रहे हैं। विश्वास, समरसता और भाईचारा का वातावरण राज्य में बना रहे हैं। राज्य में कानून का राज स्थापित करना हमारी प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 14वें वित आयोग के प्रतिवेदन से राज्य को नुकसान हो रहा है। पहले हमें 10.9 प्रतिशत की राशि मिलती थी, जो अब घटकर 9.6 प्रतिशत मिलेगी। राशि बढ़ जायेगी, मगर कुल मिलाकर तुलनात्मक रूप से प्रतिशत में नुकसान होगा। हमने केन्द्र सरकार से कमी की भरपाई की माॅग की है। बिहार को अधिक से अधिक मदद मिलनी चाहिये। केन्द्रीय वित मंत्री से भी मिले थे। 14वेें वित आयोग की अनुशंसा से राज्य को होने वाले नुकसान से अवगत कराया है। नुकसान की भरपाई की माॅग की है। प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखकर स्थिति से अवगत करा दिया है। बिहार और बिहारवासियों के लिये जहाॅ भी जाना पड़ेगा, जायेंगे। जिस दरवाजे को खटखटाने की जरूरत होगी, खटखटायेंगे। उनके सामने अपनी बात रखेंगे। बिहार को न्याय दिलाने में कोई कोताही नहीं होगी। जहाॅ तक बिहार के हक का सवाल है, इस प्रश्न को उठाना ही पड़ेगा। मिल-जुलकर इस लड़ाई को लड़ना ही पड़ेगा। विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो कल-कारखाना लगाने वालों को केन्द्रीय कर में छूट मिलेगी। वे उत्साहित होंगे और बिहार में निवेश करेंगे। राज्य में कल-कारखाना स्थापित होगा। हमारे लाखों युवकों को रोजगार मिलेगा इसलिये विशेष राज्य के दर्जा की माॅग करते हैं। हमारी यह माॅग जारी रहेगी, बिहार की हकमारी नहीं होने देंगे।
बिहार में प्रेम, भाईचारा का वातावरण बना रहना चाहिये। हर तबके, वर्ग, समुदाय, जाति, धर्म के लिये काम करते हैं। अगड़ेे-पिछड़े, सभी धर्म, सम्प्रदाय, जाति को साथ लेकर चलेंगे। राज्य में न्याय के साथ विकास होगा। सबकी ताकत के बदौलत ही मजबूत बिहार का निर्माण होगा। प्रेम, सद्भाव, मोहब्बत बना रहे तो बिहार को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं पायेगा। हम सब मिलकर रहें, देश एवं राज्य को तरक्की की ऊॅचाई पर पहुॅचायें। आप सबके सहयोग से हम ऐसा बिहार बनायेंगे, जिसमें बिहारी कहलाना स्वाभिमान का विषय होगा।
समारोह की अध्यक्षता पथ निर्माण मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि अगुवानी घाट से सुलतानगंज पुल के निर्माण का कार्य साढ़े चार वर्षों में पूरा होगा। हमने पथ निर्माण विभाग के अधिकारी, अभियंता एवं संवेदकों को कहा है कि वे समय से पहले निर्माण कार्य को पूरा करें तो वे पुरस्कृत किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि आज राज्य की कई सड़क निर्माण की योजनाओं का आधारशीला भी रखा गया है। चम्पा नाला पुल और घोड़घट पुल का निर्माण कार्य शीघ्र करायेंगे। दोनों पुलों के निर्माण में आयी अड़चनों को समाप्त कराया जा रहा है और शीघ्र ही निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।
समारोह को वित मंत्री श्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने भी संबोधित किया और कहा कि उतर से दक्षिण को जोड़ने का इतना बड़ा काम कभी नहीं हुआ था, जो मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के शासनकाल में हुआ है। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के तेजस्वी नेतृत्व में राज्य दिनोंदिन तरक्की करता रहेगा।
समारोह को सांसद श्रीमती कहकशां परवीन, विधायक यथा- श्री अजय कुमार मण्डल, श्री रामानंद प्रसाद सिंह, श्रीमती पूनम यादव, श्रीमती नीता चैधरी, श्री अजीत शर्मा, श्री सुबोध राय एवं पूर्व सांसद श्री भूदेव चैधरी ने भी संबोधित किया और राज्य सरकार की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की। स्वागत भाषण प्रधान सचिव पथ निर्माण श्री अरूण कुमार सिंह ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन पुल निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक श्री विनय कुमार ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को शुभचिन्तकों एवं आयोजकों द्वारा फूलों का बड़ा माला, पुष्प-गुच्छ एवं अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया।
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