Monday, 16 March 2015

मुख्यमंत्री ने मिथिला महोत्सव का उद्घाटन किया तथा विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया

 पटना, 15 मार्च 2015:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने वाटसन उच्च विद्यालय परिसर में मिथिला महोत्सव का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया तथा जिला के विभिन्न विभागों के विकासपरक 66 करोड़ 22 लाख रूपये की 185 योजनाओं का उद्घाटन एवं 2 अरब 46 करोड़ रूपये की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास कर राज्य की जनता को समर्पित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें मिथिला महोत्सव में उपस्थित होकर खुशी हो रही है। उन्होंने विकास योजनाओं के उद्घाटन तथा शिलान्यास कराने के लिये जिला प्रशासन तथा संबंधित विभागों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मिथिला की संस्कृति के प्रति सरकार के तरफ से सम्मान प्रकट करने का यह साधन है। मिथिला की समृद्ध संस्कृति एवं मधुबनी पेंटिंग की चर्चा करते हुये उन्होंने कहा कि इसकी चर्चा पूरी दुनिया में होती है। यहाॅ की चित्रकला विलुप्त न हो जाय, कला की जीवंतता बनी रहे तथा नई पीढ़ी इस कला से जुड़ी रहे। मधुबनी में मिथिला चित्रकला संस्थान की स्थापना की जा रही है, इसके लिये आवश्यक सभी औपचारिकतायें पूरी की जा चुकी है। इस संस्थान की चर्चा करते वक्त उन्होंने स्व0 ताराकांत झा को भी स्मरण किया तथा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मधुबनी जिले की पिछली सेवा यात्रा के वक्त बलिराजगढ़ जाने तथा उसको जानने का अवसर मिला। यह देश के सबसे बड़े पुरातात्विक स्थलों में एक है, जिसका रकबा 122 एकड़ है। उन्होने कहा कि उनकी अंतरात्मा कहती है कि बलिराजगढ़ की खुदाई के बाद भारत के इतिहास में नये पन्ने जुड़ेंगे। ए0एस0आई0 द्वारा बलिराजगढ़ की खुदाई की जा रही है। मैथिली भाषा को समृद्ध एवं मुदु भाषा बताते हुये उन्होंने कहा कि मिथिला महोत्सव के आयोजन को पर्यटन विभाग, कला, संस्कृति एवं युवा कार्य विभाग मिलकर आगे बढ़ायें। इस आयोजन में बाहर के कलाकार भी सम्मिलित हों किन्तु उनकी कला की पृष्ठभूमि में मिथिला की संस्कृति रहनी चाहिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में वर्ष 2012 में 2 करोड़ 14 लाख देशी तथा लगभग 11 लाख विदेशी पर्यटक आये। हर वर्ष देशी-विदेशी पर्यटकों के बिहार आने का सिलसिला बढ़ रहा है। राज्य के पर्यटक स्थलों पर पर्यटकीय सुविधा विकसित की जा रही है ताकि अधिक से अधिक देशी एवं विदेशी पर्यटक बिहार आयें और बिहार के गौरवपूर्ण अतीत एवं इतिहास से परिचत हों। सांस्कृतिक एवं धार्मिक धरोहर हमारे बिहार में अत्यधिक हैं। पर्यटन को उद्योग के रूप में विकसित कर रहे हैं और इसके माध्यम से रोजगार का सृजन किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक युवकों को रोजगार का अवसर राज्य में ही सुलभ हो पाये। मिथिला चित्रकला संस्थान की स्थापना तथा बलिराजगढ़ की खुदाई के उपरान्त मधुबनी जिले में चारो ओर से देशी-विदेशी पर्यटकों के आने का सिलसिला बढ़ेगा और वे हमारी समृद्ध संस्कृति को जान सकेंगे।
इस अवसर पर जल संसाधन तथा सूचना एवं जन-सम्पर्क मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी, पर्यटन मंत्री श्री जावेद इकबाल अंसारी, खान एवं भूतत्व मंत्री श्री राम लखन राम रमन, पंचायती राज मंत्री श्री बिनोद प्रसाद यादव, बिहार राज्य योजना पर्षद के सदस्य श्री संजय झा, विधायक यथा- डाॅ0 इजहार अहमद, श्री मदन सहनी, श्री ऋषि मिश्रा, विधान पार्षद यथा- श्री उदय कान्त चैधरी, श्री बिनोद कुमार सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष मधुबनी श्रीमती नसीमा खातून ने भी अपने उद्गार व्यक्त किये। इस अवसर पर अनेक सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ता, प्रबुद्ध नागरिक एवं कला प्रेमी उपस्थित थे।


No comments:

Post a Comment