Sunday, 22 March 2015

युवाओं के अन्दर छिपे इनोवेटिव आइडिया को उभारने के लिए सकारात्मक पहल की जानी चाहिये:- मुख्यमंत्री

पटना, 21 मार्च 2015:- युवाओं के अन्दर छिपे इनोवेटिव आइडिया को उभारने के लिए सकारात्मक पहल की जानी चाहिये। राज्य सरकार ने इस दिशा में कई काम किये हैं, युवा अनेक लोगों को काम दे सकते हैं। इसकी यहाॅ पर संभावनायें अत्यधिक है। युवा अपने श्रम, ज्ञान से गौरव पैदा करें। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार आज अधिवेशन भवन में द्वितीय बिहार उद्यमिता सम्मेलन का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने उद्यमी संघ को दूसरे उद्यमिता सम्मेलन का आयोजन करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि जो बात उन्होंने इस सम्मेलन में सुनी है, उससे उनके मन को काफी संतोष हुआ है। बिहार में युवा आबादी सबसे ज्यादा है, यह हमारी पूॅजी है। युवा आबादी का ज्यादा होना फायदेमंद होता है। युवाओं का रचनात्मक उपयोग कर पायें, उनके ऊर्जा एवं शक्ति का सही उपयोग कर पायें तो यह राज्य और देश के हित के साथ-साथ रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने के लिये लाभदायक और उपयोगी होगा। युवाओं में नौकरी की ख्वाहिश होती है। पहले सरकारी नौकरी मिल जाय, कि ख्वाहिश उनके दिल में होती है। यदि ये न मिल सका तो मल्टिनेशनल कम्पनी में काम का मौका खोजते हैं। इसके बाद अन्य तरह के नौकरी की ख्वाहिश वे रखते हैं। उद्यमियों की सबसे बड़ी जिम्मदारी है कि वे युवाओं के अन्दर छिपी उद्यमिता को कैसे उभारें। कोई भी सरकार अपने सभी युवको को नौकरी नहीं दे सकती है, रोजगार के अवसर बहुत हैं। अवसर के अनुसार कौशल का विकास कर नौकरी हासिल की जा सकती है। अवसर के अनुसार युवाओं के कौशल विकास पर जोर देने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2007 में उन्हें आई0आई0एम0 अहमदाबाद में बोलने का मौका मिला था। हमने कहा था कि बिहार आइये यहाॅ पर काम का बड़ा अवसर है। यहाॅ हर चीज पर हम ध्यान देते हैं। उद्यमिता सम्मेलन के आयोजन पर प्रसन्नता हो रही है। बिहार से बाहर, बिहार के लोग बड़ी संख्या में शीर्ष पदों पर काम कर रहे हैं। प्रतिभा, क्षमता को प्रदर्शित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब उन्हें महाराष्ट्र के एक डेयरी प्रोजेक्ट को देखने का अवसर मिला, जो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का था। जो व्यक्ति हमें वहाॅ सब कुछ दिखा रहे थे, वे बिहार के ही थे और वे इस प्रोजेक्ट के सबसे ऊपर के पद पर पदस्थापित थे। यदि बिहार के लोगों में क्षमता, ज्ञान, बुद्धि नहीं होती तो ऐसा कैसे हो पाता। शायद बिहार के लोगों को अपने घर में वह इज्जत नहीं मिल पा रही होगी, जिस कारण वे बाहर जाकर अपनी प्रतिभा को दिखाते हैं। बिहार के बाहर देश-दुनिया में बिहार के लोग सब जगह फैले हुये हैं। किसी भी प्रकार की प्रतियोगिता हो, चाहे वह नामांकन के लिए हो या नियुक्ति के लिए, उसमें बिहार के लोग सबसे ज्यादा सफल होते हैं। बिहार की योग्यता को कोई कम नहीं कर सकता है। बिहार के लड़कों को यदि चाॅद पर भी जाना पड़े तो भी वे वहाॅ जा सकते हेैं। उनमें लगन, तमन्ना हैं, आसमान की ऊचाई को छूने की वे तमन्ना रखते हैं। रोजगार तो सब को चाहिये। युवा होने के नाते उनमें काम करने की इच्छा है, उर्जा शक्ति है। इच्छा के अनूरूप उन्हें काम करने के लायक बनायें, काम करना चाहें तो उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलनी चाहिये। उनकी इच्छा का आकलन कर उन्हें सही दिशा दिखाई जाय।
मुख्यमंत्री ने किशनगंज की चर्चा करते हुए कहा कि वहाॅ पर फलों की खेती की बड़ी संभावनायें है। वहाॅ अनानास की खेती बड़े पैमाने पर हो रही है। इसको देखते हुए किशनगंज में एग्रिकल्चर काॅलेज स्थापित हो रहा है। उन्होंने कहा कि ब्रांड का अपना महत्व है। सहकारिता के क्षेत्र में सुधा ब्रांड के नाम से दूग्ध का उत्पादन हो रहा हैं। ब्रांड किसी भी चीज के लिए जरूरी होती हैं। चीजों का ब्रांड हो जाय तो बाजार में इसका लाभ मिलता है। गुणवता के स्टैंडर्ड को बनाये रखा जाना चाहिये। हर हालत में इसे कायम रखें। गुणवता नहीं रहेगी तो उत्पादन बाजार में नहीं टिक सकेगी। स्थानीय उत्पाद जिस पर लोगों का भरोसा है, उसकी माॅग बढ़ती है। युवा पीढ़ी में उद्यमिता है, इसका विकास करेें, उन्हें प्रेरित करें। यह काम उद्यमियों को करना चाहिये। तभी युवक रोजगार की तलाश को छोड़कर उद्यमिता की ओर आयेंगे और लोगों को रोजगार दे पायेंगे। बिहार में फुड प्रोसेसिंग, आई0टी एवं सर्विस सेक्टर में रोजगार की अनेक संभावनाएॅ हैं। इन क्षेत्रों में उद्यमिता कैसे बढ़े, इस पर उद्यमियों को विचार करना चाहिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्यमियों के साथ प्रधान सचिव उद्योग के नेतृत्व में सचिव श्रम संसाधन डाॅ0 एस0 सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव के साथ बैठ कर विचार करें कि उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कौन-कौन से काम किये जायें, कैसे किये जायें। किन-किन क्षेत्रों में क्या संभावनाएॅ हैं, इन पर भी विचार होना चाहिये। आप सभी आपस में बैठ कर इसके लिए एक डाॅक्यूमेंट तैयार कर लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक करोड़ युवाओं के कौशल का विकास करना है। आपके डाॅक्यूमेंट के आधार पर उद्यमिता को बढ़ाने के लिए नीति भी बनायेंगे। युवाओं की बड़ी संख्या को देखते हुए इसके लिए कार्ययोजना भी बनायेंगे। मुख्यमंत्री ने उद्यमियों से कहा कि वे अगले वर्ष भी बिहार दिवस के पहले उद्यमिता सम्मेलन का आयोजन करें और इस सम्मेलन में यह जानकारी दें कि विगत एक वर्ष के अन्दर युवाओं के अन्दर छिपी उद्यमिता किस हद तक उभर कर सामने आई है, इसका राज्य को कितना लाभ मिला। उन्होंने कहा कि वे उद्योग-धंधे को बढ़ावा दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर माध्यमिक परीक्षा में कदाचार पर बोलते हुए कहा कि उन्हें जैसे ही कदाचार से संबंधित एक चित्र देखने का अवसर मिला, वैसे ही उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर कदाचार के विरूद्ध सख्त कार्रवाई किये जाने का निदेश दिया तथा सभी जिला के जिला पदाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधिक्षक से वीडियों कान्फ्रेंसिंग कर कदाचर मुक्त परीक्षा संचालन के लिए कड़ी हिदायत दी। उन्होंने कहा कि कदाचार से सर्टिफिकेट तो मिल जायेगा, मगर ज्ञान नहीं मिलेगी, कदाचार से कोई लाभ नहीं होगा।
समारोह को उद्योग एवं खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री श्याम रजक ने भी संबोधित किया और कहा कि युवकों में रोजगार की समस्या है। सरकारी क्षेत्र में अधिक से अधिक दो प्रतिशत से ज्यादा लोगों को रोजगार नहीं दी जा सकती है, इसके लिए जरूरी है युवक अपने अन्दर छिपी उद्यमिता को निखारें। कुटीर एवं लघु उद्योग पर विशेष ध्यान दें, इससे रोजगर के अवसर बढ़ेगे साथ ही ग्रामीण परिवेश के लोगों की आय भी बढेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योग के विस्तार का प्रयास किया जा रहा है। उद्यमियों की कठिनाइयों को कम करने के लिए सिंगल विण्डो सिस्टम की पद्धति अपनाई गई हैं। उद्योग विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे उद्यमियों के साथ समन्वय स्थापित करें और उनकी समस्याओं के निदान पर ध्यान दें, तभी राज्य के औद्योगिकीकरण का सपना साकार हो सकेगा।
समारोह की अध्यक्षता अध्यक्ष उद्योग संघ श्री कौशलेन्द्र ने किया, जबकि स्वागत भाषण श्री अभिषेक कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रधान सचिव उद्योग श्री त्रिपुरारी शरण, सचिव श्रम संसाधन डाॅ0 एस0 सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री चंचल कुमार, पूर्व अध्यक्ष बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिऐशन श्री के0पी0एस0 केसरी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति, युवा उद्यमी एवं वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उद्यमिता के क्षेत्र में सफल उद्यमियों को पुरस्कार से सम्मानित कर प्रोत्साहित किया। उद्योग संघ के अध्यक्ष श्री कौशलेन्द्र ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह, अंगवस्त्र एवं पुष्प-गुच्छ भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उद्योग संघ की एक ब्रोशियर मेकिंग एण्ड इंटरप्राइजिंग बिहार का लोकार्पण भी किया।

No comments:

Post a Comment