पटना, 20 मार्च 2015:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार से विधानसभा स्थित उनके कार्यालय कक्ष में पूर्व-मध्य रेलवे के महाप्रबंधक श्री ए0के0 मित्तल ने शिष्टाचार मुलाकात की तथा मुख्यमंत्री को फूलों का गुलदस्ता भेंटकर उनके प्रति आदर प्रेषित किया।
मुख्यमंत्री ने महाप्रबंधक पूर्व-मध्य रेलवे से बिहार की लंबित रेल परियोजनाओं के संबंध में विस्तार से चर्चायें की तथा परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने महाप्रबंधक से कहा कि गाॅधी सेतु पटना एवं राजेन्द्र पुल मोकामा पर टैªफिक के बढ़ते लोड एवं पुल की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखकर दीघा-सोनपुर एवं मॅुगेर-खगडि़या रेल सह सड़क पुल के निर्माण को तेज गति से पूरा कर इसे चालू कराये जाने की कार्रवाई की जाय। महाप्रबंधक पूर्व-मध्य रेलवे ने बताया कि ये दोनों पुल वर्ष 2015-16 में चालू हो जायेंगे, इसके लिये तेज गति से कार्य हो रहा है। दोनों पुल के एप्रोच्च रोड पर भी चर्चा हुयी। जब मुख्यमंत्री ने दनियांवा-बिहारशरीफ रेलखण्ड के निर्माण की प्रगति को जानना चाहा तो महाप्रबंधक ने बताया कि कमिश्नर आॅफ रेलवे सिक्युरिटी 15 अप्रील को इस रेलखण्ड का निरीक्षण करने वाले हैं। निरीक्षण के बाद इस रेलखण्ड को चालू कराये जाने की कार्रवाई की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कोडरमा, तिलैया (नवादा) रेलवे लाइन के बारे में भी जानकारी ली तो महाप्रबंधक ने बताया कि झारखण्ड और बिहार दोनों तरफ से साइट पर तीव्र गति से कार्य हो रहा है। उन्होंने इस रेलखण्ड पर बिहार में भूमि से जुड़ी समस्याओं से भी अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वे रेल अधिकारियों के साथ एक बैठक कर इस रेलखण्ड एवं दीघा-सोनपुर तथा मुॅगेर-खगडि़या रेल पुल के निर्माण में जहाॅ भी भूमि की समस्या है, उसका समाधान खोजें और इसका निदान तीव्र गति से करायें। उन्होंने कहा कि यह रेलखण्ड काफी उपयोगी होगा और इस रेलखण्ड से आसानी से बाढ़ विद्युत तापघर को कोयले की आपूर्ति झारखण्ड से हो सकेगी। साथ ही बिहारशरीफ से तिलैया, नवादा होते हुये कोडरमा के लिये एक नई रेललाइन लोगों को सुलभ हो जायेगी।
इस अवसर पर प्रधान सचिव पथ निर्माण श्री अरूण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डाॅ0 धर्मेन्द्र सिंह गंगवार, मुख्य प्रशासी अधिकारी निर्माण पूर्व-मध्य रेलवे श्री एल0एन0 झा, महाप्रबंधक पूर्व-मध्य रेलवे के सचिव श्री ए0के0 झा उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने महाप्रबंधक पूर्व-मध्य रेलवे से बिहार की लंबित रेल परियोजनाओं के संबंध में विस्तार से चर्चायें की तथा परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने महाप्रबंधक से कहा कि गाॅधी सेतु पटना एवं राजेन्द्र पुल मोकामा पर टैªफिक के बढ़ते लोड एवं पुल की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखकर दीघा-सोनपुर एवं मॅुगेर-खगडि़या रेल सह सड़क पुल के निर्माण को तेज गति से पूरा कर इसे चालू कराये जाने की कार्रवाई की जाय। महाप्रबंधक पूर्व-मध्य रेलवे ने बताया कि ये दोनों पुल वर्ष 2015-16 में चालू हो जायेंगे, इसके लिये तेज गति से कार्य हो रहा है। दोनों पुल के एप्रोच्च रोड पर भी चर्चा हुयी। जब मुख्यमंत्री ने दनियांवा-बिहारशरीफ रेलखण्ड के निर्माण की प्रगति को जानना चाहा तो महाप्रबंधक ने बताया कि कमिश्नर आॅफ रेलवे सिक्युरिटी 15 अप्रील को इस रेलखण्ड का निरीक्षण करने वाले हैं। निरीक्षण के बाद इस रेलखण्ड को चालू कराये जाने की कार्रवाई की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कोडरमा, तिलैया (नवादा) रेलवे लाइन के बारे में भी जानकारी ली तो महाप्रबंधक ने बताया कि झारखण्ड और बिहार दोनों तरफ से साइट पर तीव्र गति से कार्य हो रहा है। उन्होंने इस रेलखण्ड पर बिहार में भूमि से जुड़ी समस्याओं से भी अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वे रेल अधिकारियों के साथ एक बैठक कर इस रेलखण्ड एवं दीघा-सोनपुर तथा मुॅगेर-खगडि़या रेल पुल के निर्माण में जहाॅ भी भूमि की समस्या है, उसका समाधान खोजें और इसका निदान तीव्र गति से करायें। उन्होंने कहा कि यह रेलखण्ड काफी उपयोगी होगा और इस रेलखण्ड से आसानी से बाढ़ विद्युत तापघर को कोयले की आपूर्ति झारखण्ड से हो सकेगी। साथ ही बिहारशरीफ से तिलैया, नवादा होते हुये कोडरमा के लिये एक नई रेललाइन लोगों को सुलभ हो जायेगी।
इस अवसर पर प्रधान सचिव पथ निर्माण श्री अरूण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डाॅ0 धर्मेन्द्र सिंह गंगवार, मुख्य प्रशासी अधिकारी निर्माण पूर्व-मध्य रेलवे श्री एल0एन0 झा, महाप्रबंधक पूर्व-मध्य रेलवे के सचिव श्री ए0के0 झा उपस्थित थे।
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