पटना, 20 मार्च 2015:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज मुख्य सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में शिक्षा मंत्री श्री पी0के0 शाही, मुख्य सचिव श्री अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री पी0के0 ठाकुर, प्रधान सचिव गृह श्री आमिर सुबहानी एवं प्रधान सचिव शिक्षा श्री आर0के0 महाजन के साथ मैट्रिक परीक्षा की गहन समीक्षा की।
बैठक में मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक श्री पी0के0 ठाकुर एवं प्रधान सचिव गृह श्री आमिर सुबहानी को सख्त निर्देश दिया कि हर हालत में मैट्रिक की परीक्षा कदाचार मुक्त सम्पन्न हो। सभी जिले के जिलाधिकारी एवं आरक्षी अधीक्षकों को भी कड़ी हिदायत दी गयी है कि परीक्षा में कदाचार बर्दाश्त नहीं की जायेगी। कदाचार में संलग्न पुलिसकर्मी, केन्द्राधीक्षक, वीक्षक, प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एवं कर्मचारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने नकल में सहयोग देने वाले अभिभावकों, संबंधियों एवं मित्रों से अनुरोध किया है कि नकल से काबिलियत नहीं आती, ऐसे सर्टिफिकेट से भविष्य का निर्माण नहीं होता। शिक्षा का उद्देश्य है ज्ञान प्राप्त करना, इससे ज्ञान प्राप्त नहीं होगा। नकल कराने से बचना चािहये। नकल कराने वाले अभिभावक, छात्र ही नहीं, राज्य का भी नुकसान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज सुबह जब मैंने मैट्रिक परीक्षा के कदाचार का वैशाली के एक परीक्षा केन्द्र की तस्वीर देखकर एवं एक दूसरी तस्वीर, जिसमें पुलिस के लोग बगल में बैठे हुये हैं, कदाचार कराने में जो लोग संलग्न थे, उनके बगल में ही खिड़कियों के पास खड़े होकर नकल करवा रहे थे। दोनों तस्वीरों को देखने के बाद हमने आज सुबह ही मामले को गंभीरता से लिया, हमने आज शिक्षा मंत्री, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, प्रधान सचिव गृह एवं प्रधान सचिव शिक्षा के साथ बैठक कर सख्त हिदायत दी है कि मैट्रिक परीक्षा में हो रहे कदाचार को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रधान सचिव शिक्षा श्री आर0के0 महाजन को निर्देश दिया कि वे सचिव बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के साथ बैठकर उचित निर्णय लें। जहाॅ इस तरह का कदाचार हुआ है, वहाॅ के परीक्षा को रद्द करें, कार्रवाई सख्त होनी चाहिये। कार्रवाई का साफ संदेश एवं अर्थ होना चाहिये कि किसी भी कीमत पर कदाचार बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक पदाधिकारी कदाचार हो रहे स्थानों पर दुबारा जाकर सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि आज ही हम सभी जिले के जिलाधिकारियों, आरक्षी अधीक्षकों एवं एस0डी0ओ0 के साथ विडियो काॅन्फ्रेंसिंग कर सचेत करेंगे कि किसी भी हालत में मैट्रिक परीक्षा में कदाचार न हो। प्रशासन सख्ती के साथ पेश आये, जहाॅ जरूरी हो, सख्त कार्रवाई करें। सख्त कार्रवाई नहीं करने वाले एवं लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों एवं कर्मियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में मैट्रिक की परीक्षा में जो तस्वीरें सामने आयी है, वह पूरे बिहार की कहानी नहीं है। बिहार के छात्र मेधावी हैं और देश एवं दुनिया में अपनी प्रतिभा से अपनी जगह बनाते हैं।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री डी0एस0 गंगवार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री चंचल कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे।
बैठक में मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक श्री पी0के0 ठाकुर एवं प्रधान सचिव गृह श्री आमिर सुबहानी को सख्त निर्देश दिया कि हर हालत में मैट्रिक की परीक्षा कदाचार मुक्त सम्पन्न हो। सभी जिले के जिलाधिकारी एवं आरक्षी अधीक्षकों को भी कड़ी हिदायत दी गयी है कि परीक्षा में कदाचार बर्दाश्त नहीं की जायेगी। कदाचार में संलग्न पुलिसकर्मी, केन्द्राधीक्षक, वीक्षक, प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एवं कर्मचारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने नकल में सहयोग देने वाले अभिभावकों, संबंधियों एवं मित्रों से अनुरोध किया है कि नकल से काबिलियत नहीं आती, ऐसे सर्टिफिकेट से भविष्य का निर्माण नहीं होता। शिक्षा का उद्देश्य है ज्ञान प्राप्त करना, इससे ज्ञान प्राप्त नहीं होगा। नकल कराने से बचना चािहये। नकल कराने वाले अभिभावक, छात्र ही नहीं, राज्य का भी नुकसान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज सुबह जब मैंने मैट्रिक परीक्षा के कदाचार का वैशाली के एक परीक्षा केन्द्र की तस्वीर देखकर एवं एक दूसरी तस्वीर, जिसमें पुलिस के लोग बगल में बैठे हुये हैं, कदाचार कराने में जो लोग संलग्न थे, उनके बगल में ही खिड़कियों के पास खड़े होकर नकल करवा रहे थे। दोनों तस्वीरों को देखने के बाद हमने आज सुबह ही मामले को गंभीरता से लिया, हमने आज शिक्षा मंत्री, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, प्रधान सचिव गृह एवं प्रधान सचिव शिक्षा के साथ बैठक कर सख्त हिदायत दी है कि मैट्रिक परीक्षा में हो रहे कदाचार को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रधान सचिव शिक्षा श्री आर0के0 महाजन को निर्देश दिया कि वे सचिव बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के साथ बैठकर उचित निर्णय लें। जहाॅ इस तरह का कदाचार हुआ है, वहाॅ के परीक्षा को रद्द करें, कार्रवाई सख्त होनी चाहिये। कार्रवाई का साफ संदेश एवं अर्थ होना चाहिये कि किसी भी कीमत पर कदाचार बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक पदाधिकारी कदाचार हो रहे स्थानों पर दुबारा जाकर सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि आज ही हम सभी जिले के जिलाधिकारियों, आरक्षी अधीक्षकों एवं एस0डी0ओ0 के साथ विडियो काॅन्फ्रेंसिंग कर सचेत करेंगे कि किसी भी हालत में मैट्रिक परीक्षा में कदाचार न हो। प्रशासन सख्ती के साथ पेश आये, जहाॅ जरूरी हो, सख्त कार्रवाई करें। सख्त कार्रवाई नहीं करने वाले एवं लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों एवं कर्मियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में मैट्रिक की परीक्षा में जो तस्वीरें सामने आयी है, वह पूरे बिहार की कहानी नहीं है। बिहार के छात्र मेधावी हैं और देश एवं दुनिया में अपनी प्रतिभा से अपनी जगह बनाते हैं।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री डी0एस0 गंगवार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री चंचल कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे।
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