पटना, 30 जनवरी 2015:- सरकारी/निजी क्षेत्र में नौकरियाॅ सीमित है। युवक स्वयं नियोजन पर ध्यान दें। कृषि, मध्यम उद्योग, कुटीर उद्योग में लोग जितनी शालीनता से काम करेंगे उतना हीं क्षेत्र का विकास होगा। रोजगार की संभावनायें बढ़ेगी। पहले हिन्दुस्तान जगत गुरू कहलाता था। यहाॅ पर सबकुछ था। लोग स्वयं व्यवसाय से खुशहाल थे। छोटे-छोटे उद्योग- मलमल का व्यवसाय, दुग्ध व्यवसाय, खेती आदि में लगे थे। हमें अपनी पुरानी गौरवपूर्ण परंपराओं को याद रखना चाहिये और छोटे-छोटे उद्योग धंधे लगाने चाहिये। इसके माध्यम से राज्य में खुशहाली आयेगी और हर हाथ को काम मिलेगा। आज मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माँझी कटिहार जिला के रघुनाथपुर, बारसोई में आई0टी0आई0 भवन का शिलान्यास एवं आई0टी0आई0 के शिक्षा सत्र का उद्घाटन कर महती जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की जितनी भी योजनाओं है, उन सबकों ईमानदारी से धरातल पर ला दिया जाये तो बेरोजगार, गरीब, बेसहारा लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार मिल सकेगा तथा उनका जीवन स्तर बेहतर हो जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम पर्यावरण पर ध्यान नहीं दे रहे है। जंगल की कटाई के कारण ग्लोबल वार्मिंग की समस्या उत्पन्न हो गई है। बारिश कम हो रही है। ग्लेशियर सूख रहे है। गंगा का पानी सूख रहा है। आने वाले पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है। शुद्ध वातावरण में लोग रहना सीखें। अधिक से अधिक संख्या में वृक्ष लगायें। साफ-सफाई पर ध्यान दंे। अपने घरों में शौचालय का निर्माण जरूर कराये। बच्चों को शिक्षित करें। बुरी आदतों से स्वयं दूर रहे और अपने पास-पड़ोस को भी बुरी आदतों से दूर रहने को कहें। विकास कार्य योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है। विधि व्यवस्था में सुधार हो रहा है। राज्य के सभी पंचायतों में एक-एक प्लस टू उच्च विद्यालय खोले जा रहे है। परिवहन निबंधन, खनन, वाणिज्य-कर आदि विभागों के माध्यम से आंतरिक संसाधन जुटा रहे है। बिहार को बीमारू राज्य की श्रेणी से हटाकर, प्रगतिशील राज्य की श्रृंखला में खड़ा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष 57 हजार करोड़ रूपये का योजना बजट बनाया था। मगर केन्द्र सरकार ने हमारे बजट में कटौती कर ली है। मनरेगा, बी0आर0जी0एफ0 के साथ कई योजनाओं में भी कटौती की गई है। इंदिरा आवास के कोटे को कम कर दिया गया है। राज्य में 22 लाख लोग आवासहीन है। उन्हें आवास मुहैया कराया जायेगा। प्रत्येक अनुमंडल में एक-एक आई0टी0आई0 संस्थान तथा प्रत्येक जिले में एक-एक पाॅलिटेक्निक महाविद्यालय खोले जायेंगे। कौशल का प्रशिक्षण प्राप्त युवकों को बैंक के माध्यम से ऋण दिलाकर उन्हें स्वरोजगार के अवसर दिये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधि व्यवस्था को उच्चतम प्राथमिकता दी गई। संविदा कर्मियों पर भी ध्यान दिया जा रहा है। आशा, टोला सेवक, विकास मित्र, कृषि मित्र, सांख्यिकी मित्र, पंचायत शिक्षक, नगर शिक्षक को बहाल किया है। जिला स्तर पर लम्बित वारंट वाद एवं अन्य लम्बित वाद के निराकरण हेतु जिला पुलिस, प्रशासन को निर्देश दिया गया है। सभी विभागों के अन्तर्गत क्रियाशील योजनाओं के लाभ लेने के लिए प्रेरित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी प्राथमिकताओं में राज्य का विकास न्याय के साथ किये जाने का है। उन्होंने कहा कि बिजली की स्थिति में निरंतर सुधार लाया गया है। 16 और 25 के0वी0 के ट्रांसर्फामरों को बदलकर उनके स्थान पर 63 और 100 के0वी0 के ट्रांसर्फमर लगाये जा रहे है। राज्य में बिजली की आपूर्ति को बढ़ाया गया है। इस साल के मध्य तक 4 हजार से 45 सौ मेगावाट बिजली आपूर्ति करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इस अवसर पर श्रम संसाधन मंत्री श्री दुलालचंद गोस्वामी ने कहा कि बारसोई- बलरामपुर सड़क बनाने का कार्य पुरा किया गया है। बारसोई में विद्युत सब पावर स्टेशन की स्वीकृति दी गई है। इस कार्य के लिए 6 एकड़ जमीन भी चिन्ह्ति कर लिया गया है। विधोर पंचायत को बारसोई से जोड़ने के लिए गाजन पुल की स्वीकृति दी गई है। आबादपुर क्षेत्र में पुल-पुलिया के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। नदी-नालों पर पुल-पुलिया का निर्माण कराकर आवागमन की सुविधा बढ़ाई जायेगी तथा कृषि का क्षेत्र विस्तार होगा। बिहार के 38 जिलों में 1 करोड़ 22 लाख लोगों का स्वास्थ्य श्रम बीमा का पंजीकरण तथा 2 करोड़ 22 लाख निर्माण मजदूर का पंजीकरण किया गया है। पंचायत स्तर पर भी निर्माण मजदूरों का पंजीकरण होगा। बिहार के मजदूर कहीं भी काम करते हो तो उनका पंजीकरण किया जायेगा। पंजीकरण हेतु 2 रूपये प्रति माह शुल्क निर्धारित है। कटिहार जिले के बंद जुट मिल को चालू करा दिया गया है। कटिहार में 100 बेड के अस्पताल का निर्माण का कार्य प्रगति पर है।
इस अवसर पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री नौशाद आलम, विधायक यथा श्री मनोहर प्रसाद, श्री नागेन्द्र प्रसाद यादव, पूर्व मंत्री श्री विश्वनाथ सिंह, पूर्व मंत्री श्री विश्वनाथ ऋषि, पूर्व विधायक मो0 सिद्वीक, समाजिक कार्यकर्ता श्री सुर्यदेव मंडल, मो0 रहमान, श्री प्रमोद शाह, अब्दूल गनी, मो0 खाजा शाहीद सहित अनेकों गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपने विचारों को रखा। जिला पदाधिकारी कटिहार ने स्वागत भाषण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की जितनी भी योजनाओं है, उन सबकों ईमानदारी से धरातल पर ला दिया जाये तो बेरोजगार, गरीब, बेसहारा लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार मिल सकेगा तथा उनका जीवन स्तर बेहतर हो जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम पर्यावरण पर ध्यान नहीं दे रहे है। जंगल की कटाई के कारण ग्लोबल वार्मिंग की समस्या उत्पन्न हो गई है। बारिश कम हो रही है। ग्लेशियर सूख रहे है। गंगा का पानी सूख रहा है। आने वाले पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है। शुद्ध वातावरण में लोग रहना सीखें। अधिक से अधिक संख्या में वृक्ष लगायें। साफ-सफाई पर ध्यान दंे। अपने घरों में शौचालय का निर्माण जरूर कराये। बच्चों को शिक्षित करें। बुरी आदतों से स्वयं दूर रहे और अपने पास-पड़ोस को भी बुरी आदतों से दूर रहने को कहें। विकास कार्य योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है। विधि व्यवस्था में सुधार हो रहा है। राज्य के सभी पंचायतों में एक-एक प्लस टू उच्च विद्यालय खोले जा रहे है। परिवहन निबंधन, खनन, वाणिज्य-कर आदि विभागों के माध्यम से आंतरिक संसाधन जुटा रहे है। बिहार को बीमारू राज्य की श्रेणी से हटाकर, प्रगतिशील राज्य की श्रृंखला में खड़ा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष 57 हजार करोड़ रूपये का योजना बजट बनाया था। मगर केन्द्र सरकार ने हमारे बजट में कटौती कर ली है। मनरेगा, बी0आर0जी0एफ0 के साथ कई योजनाओं में भी कटौती की गई है। इंदिरा आवास के कोटे को कम कर दिया गया है। राज्य में 22 लाख लोग आवासहीन है। उन्हें आवास मुहैया कराया जायेगा। प्रत्येक अनुमंडल में एक-एक आई0टी0आई0 संस्थान तथा प्रत्येक जिले में एक-एक पाॅलिटेक्निक महाविद्यालय खोले जायेंगे। कौशल का प्रशिक्षण प्राप्त युवकों को बैंक के माध्यम से ऋण दिलाकर उन्हें स्वरोजगार के अवसर दिये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधि व्यवस्था को उच्चतम प्राथमिकता दी गई। संविदा कर्मियों पर भी ध्यान दिया जा रहा है। आशा, टोला सेवक, विकास मित्र, कृषि मित्र, सांख्यिकी मित्र, पंचायत शिक्षक, नगर शिक्षक को बहाल किया है। जिला स्तर पर लम्बित वारंट वाद एवं अन्य लम्बित वाद के निराकरण हेतु जिला पुलिस, प्रशासन को निर्देश दिया गया है। सभी विभागों के अन्तर्गत क्रियाशील योजनाओं के लाभ लेने के लिए प्रेरित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी प्राथमिकताओं में राज्य का विकास न्याय के साथ किये जाने का है। उन्होंने कहा कि बिजली की स्थिति में निरंतर सुधार लाया गया है। 16 और 25 के0वी0 के ट्रांसर्फामरों को बदलकर उनके स्थान पर 63 और 100 के0वी0 के ट्रांसर्फमर लगाये जा रहे है। राज्य में बिजली की आपूर्ति को बढ़ाया गया है। इस साल के मध्य तक 4 हजार से 45 सौ मेगावाट बिजली आपूर्ति करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इस अवसर पर श्रम संसाधन मंत्री श्री दुलालचंद गोस्वामी ने कहा कि बारसोई- बलरामपुर सड़क बनाने का कार्य पुरा किया गया है। बारसोई में विद्युत सब पावर स्टेशन की स्वीकृति दी गई है। इस कार्य के लिए 6 एकड़ जमीन भी चिन्ह्ति कर लिया गया है। विधोर पंचायत को बारसोई से जोड़ने के लिए गाजन पुल की स्वीकृति दी गई है। आबादपुर क्षेत्र में पुल-पुलिया के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। नदी-नालों पर पुल-पुलिया का निर्माण कराकर आवागमन की सुविधा बढ़ाई जायेगी तथा कृषि का क्षेत्र विस्तार होगा। बिहार के 38 जिलों में 1 करोड़ 22 लाख लोगों का स्वास्थ्य श्रम बीमा का पंजीकरण तथा 2 करोड़ 22 लाख निर्माण मजदूर का पंजीकरण किया गया है। पंचायत स्तर पर भी निर्माण मजदूरों का पंजीकरण होगा। बिहार के मजदूर कहीं भी काम करते हो तो उनका पंजीकरण किया जायेगा। पंजीकरण हेतु 2 रूपये प्रति माह शुल्क निर्धारित है। कटिहार जिले के बंद जुट मिल को चालू करा दिया गया है। कटिहार में 100 बेड के अस्पताल का निर्माण का कार्य प्रगति पर है।
इस अवसर पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री नौशाद आलम, विधायक यथा श्री मनोहर प्रसाद, श्री नागेन्द्र प्रसाद यादव, पूर्व मंत्री श्री विश्वनाथ सिंह, पूर्व मंत्री श्री विश्वनाथ ऋषि, पूर्व विधायक मो0 सिद्वीक, समाजिक कार्यकर्ता श्री सुर्यदेव मंडल, मो0 रहमान, श्री प्रमोद शाह, अब्दूल गनी, मो0 खाजा शाहीद सहित अनेकों गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपने विचारों को रखा। जिला पदाधिकारी कटिहार ने स्वागत भाषण किया।
No comments:
Post a Comment