Wednesday, 7 January 2015

मितव्ययिता एवं गुणवता पर जरूर ध्यान दें:- मुख्यमंत्री

मितव्ययिता एवं गुणवता पर जरूर ध्यान दें:- मुख्यमंत्री 

पटना, 07 जनवरी 2015:- 2005 में जब हमलोगों की सरकार पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी, उस समय से ही हर क्षेत्र में न्याय के साथ विकास का प्रयास किया गया। अच्छे परिणाम सामने आये, राज्य में आधारभूत संरचनाओं की कमी दूर हो रही है तथा पुल/पुलिया, सड़क, सामुदायिक भवन, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, अस्पताल, स्कूल भवन के साथ-साथ अन्य तरह के भवनों के निर्माण एवं विकास के कार्यों को तेजी से पूरा किया जा रहा है। निर्माण कार्य को गति दी गयी है। आवश्यकताओं को पूरा करने में काफी सफलता प्राप्त की गयी है। भवन निर्माण विभाग का इसमें बड़ा योगदान रहा है। मैं भवन निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्माण क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित करने के लिये धन्यवाद देता हूॅ। बढ़ते बिहार का बढ़ता कदम निरंतर आगे बढ़ता रहे, की कामना करता हूॅ। आज शाम मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माॅझी स्थानीय अधिवेशन भवन में बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा आयोजित एक भव्य उद्घाटन समारोह का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जवाहरलाल नेहरू पथ पर 335 करोड़ रूपये की लागत से 54,716 वर्ग मिटर क्षेत्रफल में बनने वाले पुलिस भवन के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। यह भवन सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा। भूकम्परोधी भवन के साथ-साथ इसमें सभी तरह की आधुनिक सुविधायें सुलभ रहेगी, इसका निर्माण कार्य 24 माह में पूरा होगा। मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न स्थानों पर बिहार राज्य बीज निगम के बीज भंडारण हेतु निर्मित गोदामों का उद्घाटन किया। उद्घाटित गोदामों में एक हजार एम0टी0 बीज भंडारण की क्षमता होगी। राज्य के विभिन्न स्थानों पर नवनिर्मित डी0सी0एल0आर0 कार्यालय, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के विभिन्न स्थानों पर अनाज भंडारण हेतु पाॅच सौ एम0टी0 एवं पाॅच हजार एम0टी0 के क्षमता वाले नवनिर्मित गोदामों, स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न स्थानों में पूर्व के निर्मित स्वास्थ्य केन्द्रों को उत्क्रमित कर सामुदायिक केन्द्र तथा कला, संस्कृति एवं युवा कार्य विभाग द्वारा राज्य के विभिन्न स्थानों पर 14 स्टेडियमों का उद्घाटन एवं कार्य प्रारंभ मुख्यमंत्री ने समेकित रूप से रिमोट कंट्रोल के माध्यम से किया। इन सभी उद्घाटन एवं शिलान्यास की 182 योजनाओं की कुल लागत 250 करोड़ रूपये है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास एवं निर्माण के कार्य को बढ़ाया गया है, उन्हें पूरा करने के लिये अलग-अलग नई कार्य एजेंसी बनायी गयी है। कल्याण विभाग के अधीन भी एक कार्य एजेंसी बनाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में राज्य का योजना बजट छह हजार करोड़ रूपये का था, जो आज बढ़कर चालीस हजार करोड़ रूपये से ऊपर का हो गया है। वर्ष 2014-15 के लिये 57 हजार करोड़ रूपये का बजट बनाया। इतना ही बजट गैर योजना का भी है। उन्होंने इस अवसर पर केन्द्र सरकार की ओर इशारा करते हुये कहा कि केन्द्र का सहयोग जो राज्य को मिलना चाहिये था, वह नहीं मिल पा रहा है। बिहार विशेष राज्य का दर्जा पाने के लिये सभी शर्तों को पूरा करता है, मगर इसे अभी तक विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला है। झारखण्ड बॅटवारे के समय वायदे के अनुसार जो विशेष पैकेज मिलना चाहिये था, वह भी नहीं मिल रहा है। इन्दिरा आवास के छह लाख कोटे को घटाकर दो लाख चालीस हजार कर दिया गया है। हम राज्य से खुले में शौच को समाप्त करना चाहते हैं और इसके लिये हर घर में व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण करायेंगे, इसमें भी हमें वह सहायता नहीं मिल रही है, जो मिलनी चाहिये। बी0आर0जी0एफ0 में कटौती कर दी गयी है। वितीय दृष्टि से हमारे लिये संकट का समय है, फिर भी हम गरीबों के द्वार तक विकास को पहुॅचाने के काम को पूरा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राइवेट सेक्टर और गवर्नमेंट सेक्टर के एस्टिमेट (प्राक्कलित राशि) में भिन्नता होती है। हम कार्य एजेंसियों से कहेंगे कि वे मितव्ययीता एवं वास्तविकता पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि 2017 के पहले तक हम हर गाॅव को बारहोमासी सड़क से जोड़ देंगे। मितव्ययीता और गुणवता पर जरूर ध्यान दें और इसे अपनाकर अपना काम पूरा करें। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटन, कला, संस्कृति की संभावनायें हैं। खेती, लघु उद्योग में लगकर बिहार को समृद्ध कर सकते हैं। हम राज्य में विकास की धारा को और तेज करेंगे।
समारोह को कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री श्री नरेन्द्र नारायण यादव, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री श्याम रजक, कला, संस्कृति मंत्री श्री विनय बिहारी ने भी संबोधित किया और आज के समारोह में अपने-अपने विभाग की उद्घाटन एवं शिलान्यास की जाने वाली योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। खाद्य उपभोक्ता मंत्री श्री श्याम रजक ने बताया कि जहाॅ राज्य में 67 हजार एम0टी0 खाद्यान्न के भंडारण की क्षमता थी, उसे बढ़ाकर 11 लाख एम0टी0 कर लिया गया है। भंडारण क्षमता को 15 लाख एम0टी0 किये जाने का लक्ष्य है।
स्वागत भाषण सचिव भवन निर्माण श्री नर्मदेश्वर लाल ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन भवन निर्माण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री गंगा कुमार ने किया। इस अवसर पर सचिव भवन निर्माण ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न भेंटकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर प्रधान सचिव राजस्व एवं भूमि सुधार श्री ब्यासजी, प्रधान सचिव स्वास्थ्य श्री ब्रजेश मेहरोत्रा, सचिव खाद्य आपूर्ति श्री हुकूम सिंह मीणा सहित कई वरीय अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।


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