पटना, 28 जनवरी 2015:- सफाई के प्रति जागरूकता को बढ़ाने के लिए तथा ग्रामीण शौचालयों की देख-रेख के लिए लगभग 42-45 हजार सफाई मित्रों की नियुक्ति कर उन्हें रोजगार से जोड़ेगें। इससे लोगों को सफाई के प्रति प्रेरणा मिलेगी। बीमारी से लोग बचेंगे। आप सब का प्रयास रहना चाहिए की हर तरफ साफ-सफाई बनी रहे, पर्यावरण दूषित न हो मुख्यमंत्री श्री जीतन राम मांझी आज श्री कृष्ण मेमोरियल हाॅल में मुसहर विकास मंच द्वारा आयोजित एक विशाल समारोह का उद्घाटन कर रहे थें।
मुख्यमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों ने पटना में जुट हो कर अपने समाज के विषय में चर्चाएं की है इसका संवाद बिहार के लोगों के बीच जाएगा, आप लोगो ने जिन बातों की चर्चा की है, उन सब पर विचार किया जाना आवश्यक है। मुसहर विकास मंच द्वारा जो सुझाव मेरे समक्ष लाए गए हैं वे सभी सुझाव ठीक हैं। इनको पूरा कराने का विचार बिहार सरकार करेगी। पढ़ाई-लिखाई, विकास, अत्याचार, गरीबी इत्यादि से जुड़ी समस्याओं के निदान की चर्चा समस्यामूलक हैं। इन सभी समस्याओं का निदान खोजने का प्रयास कर रहे हैं। हमारी समस्याएं अनन्त है। इनके निराकरण का उपाय होना चाहिए। आप किसी के बहकाबे में न आएं, लोग आपको तरह-तरह से बहकाने की कोशिश करेंगे। व्यवहारिक बात यह है कि सब को इंदिरा आवास दे देने के बाद भी दो, चार, पाॅच वर्षों के बाद पुनः इतना ही आवास देनी होगी। इंदिरा आवास का लाभ ले लें, मगर ऐसी स्थिति पैदा करे कि आने वाली पीढ़ी गरीबी से दूर रहे और वे स्वयं अपने लिए आवास बनाए जाने की क्षमता रखें। हम सब को पढ़ा लिखा देंगे तो वे अपनी योग्यता के बल पर स्वयं अपना आवास बना लेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी इंदिरा आवास नहीं ली । पैसा बचा-बचा कर, बुरी आदतों से दूर रह कर बच्चों को पढ़ाया लिखाया और अपना मकान बनाया। ऐसी स्थिति पैदा करे की इंदिरा आवास लेने की जरूरत ही न पड़े।
दूसरा पहलु यह है कि अपने फर्ज के प्रति जागरूक हों। स्कूलों में शिक्षक ठीक ढंग से पढ़ाये, इसके लिए ग्राम समिति प्रयास करें। सभी धर्म, जाति के गरीब एक वर्ग के हैं, गरीब लगन एवं पूरी मेहनत से शिक्षा की दौड़ में आगे बढ़े, अपना हक प्राप्त करें। गाॅव में स्कूल है तो उसे देखना आपका कर्तव्य है। शिक्षक के स्कूल नहीं आने की सूचना दें। छात्रवृŸिा के लिए 75 प्रतिशत हाजरी का बेैरियर है। छात्रवृŸिा के वितरण में अनियमितता की शिकायत मिलती है। कुछ निहित स्वार्थ के शिक्षकों और समाज के दलाल के चक्कर में अनियमिताएं होती हैं। मैंने दो संस्थाओं से सर्वेक्षण कराया तो पता चला कि 50 प्रतिशत से अधिक अनुसूचित जाति के छात्रों को छात्रवृŸिा नहीं मिल रही है। प्रतिवेदन में यह भी कहा गया है कि छात्रवृŸिा के कारण विद्यालय में बच्चों की संख्या नहीं बढ़ी है बल्कि शिक्षा के प्रति लोगो की भूख जगी है। हर कोई अपने बच्चे को पढ़ा-लिखा कर बड़ा आदमी बनाना चाहता है। गरीब बच्चों की हम हकमारी नहीं होने देंगे। टोला सेवक भी बच्चों की हाजरी पर नजर रखे और देखे की जब बच्चे स्कूल जा रहे हैं तो इनकी हाजरी क्यों नहीं बन रही है। टोला सेवक, विकास मित्रों को इसीलिए बनाया है। उनके मानदेय में वृद्धि की है। दस साल तक के लिए उनकी नौकरी को पक्की की है। बड़े लोगो के बच्चे सरकारी स्कूल के साथ प्राइवेट स्कूल में भी नामांकन कराते हैं फिर भी उनकी हाजरी सरकारी स्कूलों में बन रही है इन सब बातों पर ध्यान दें। शिक्षा के स्तर में गिरावट न आने दे। इसमें गुणवŸाा के लिए आम लोगों की सहयोग की भी अपेक्षा है। शिक्षा ग्रहण कीजिए। प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे विशेषकर बड़े लोगों के बच्चे हैं। शिक्षा ग्रहण कीजिए अपने को जागरूक कीजिए। सबको बिना भेद-भाव के बड़े लोगों की बच्चों की तरह पढ़ा-लिखा दिया जाए तो आरक्षण की जरूरत नहीं रहेगी। आरक्षण को जारी रखने के लिए हर 10 वर्ष पर समीक्षा होती है। आरक्षण समाप्त हो जाए, इसके पहले ही आप योग्य बन जाएं, तो आपको आरक्षण की जरूरत नहीं रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1931 के सर्वेक्षण के अनुसार नौ लाख मुसहर और पाॅच लाख भुइयाॅ की आबादी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय देश की आबादी तैंेतीस करोड़ थी आज आबादी चार गुणा बढ़ गई है। मुसहर की आबादी भी चार गुणा से अधिक बढ़ी है। आबादी का सर्वेक्षण होता है तो हम ध्यान नहीं देते। हमारी जनसंख्या को कम दिखाया जाता है। जनसंख्या का 70 प्रतिशत मतदाता होता है। राजनीति रूपी चाभी को जब तक नहीं अपनाओंगे तब तक आपका विकास नहीं होगा। बाबा साहेब के रास्ते पर चलना होगा। दलितों की बात करें तो हमारी आबादी बहुत अधिक है। उन्होने इस अवसर पर कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया, हम उनके आभारी हैं, उन्होंने हमें इसका मौका दिया। हम इसका लाभ ले रहे हैं। विश्वविद्यालय तक की शिक्षा बालिकाओं के लिए मैंने निःशुल्क कर दिया है। मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत प्रत्येक प्रखंड के पाॅच ग्राम को आदर्श ग्राम के रूप में चयनित करेंगे वहाॅ पर विकास की धारा को बहाएंगे, हर तरह की सुविधा वहाॅ सृजित करेंगे, हर घर में शौचालय होना चाहिए। अपने घर के शौचालय की सफाई करने में लज्जा नहीं लगना चाहिए। पढ़ेगा-लिखेंगा तो गरीब का बेटा डीमोरलाइज नही होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब, ताड़ी से दूर रहें, इस लत से गरीब दलित समाज पर कुप्रभाव पड रहा है। उन्होंने कहा कि शैक्षिक आधार पर विकास करने पर विचार करेंगे। उन्होंने इसके लिए अनुसूचित जाति आयोग को अनुशंसा देने को कहा है। उन्होंने कहा कि आयोग की अनुशंसा पर वे विचार करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में बिहार पहला राज्य है जहाॅ पर डाॅ0 भीमराव अंबेडकर फाउन्डेशन बनाया गया है और इसके लिए बीस करोड़ रुपये और जमीन दे रहे हैं। पर्वत पुरूष दशरथ मांझी के नाम पर कौशल विकास योजना पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने चलाई थी। दशरथ मांझी इंस्टीच्यूट आॅफ लेवर एंड इम्पलाइमेंट संस्था बना दिया है। अलग-अलग तरह की यहाॅ पर ट्रेनिग करा कर कौशल का विकास करेंगे। स्वामी सहजानन्द सरस्वती के नाम पर शोध संस्थान बिहार में बनाएंगे जिसमें किसान मजदूर का समावेश होगा। भुइयाॅ, मुसहर दोनो एक ही हैं। समाज को तोड़ने से नहीं जोड़ने से काम चलेगा।
मुख्यमंत्री ने बसंत के आगमन की शुभ बेला पर मुसहर समाज के लोगों के साथ ढोल बजायी तथा बसंत पंचमी एवं होली की अग्रिम बधाई राज्यवासियों को दी।
समारोह की अध्यक्षता पूर्व मंत्री श्री विश्वनाथ ऋषि ने किया तथा कहा कि उन्होंने अध्यक्ष, महादलित मिशन की हैसियत से 116 बिन्दुओं पर जो अनुशंसा की थी उस पर काम हो जाए तो महादलित समाज का स्वतः कल्याण हो जाएगा। समारोह को विधायक श्री रत्नेश सदा, अनुसूचित जाति के अध्यक्ष श्री विद्यानन्द विकल, बिहार विद्यालय समिति के पूर्व अध्यक्ष श्री ए0के0पी0 यादव, बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्री सत्येन्द्र गौतम मांझी, कंट्री मेैनेजर श्री राजपाल ने भी संबोधित किया। कृषि उत्पादन आयुक्त श्री विजय प्रकाश ने समारोह को संबांेधित करते हुए कहा कि मुसहर समाज में साक्षरता दर बहुत कम है। काॅलेज स्तर में इनकी साक्षरता दर और भी कम है। उन्होने सुझाव दिया कि स्पेस्लाईज्ड क्षेत्र के मजदूरों का प्रमाणीकरण कर दिए जाने से उनकी मजदूरी में बृद्धि होगी। छोटे जानवर यथा चूहे, खरगोश और रेपटाईल पर भी काम होना चाहिए। जिन विषयों में हमारे बच्चे अच्छा नहीं करते उन विषयों को चह्नित कर उनके विशेष कोचिंग की व्यवस्था की जानी चाहिए। समारोह को सचिव ग्रामीण विकास श्री एस0एम0 राजू ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर श्री असरफी सदा, डाॅ0 हुलेस मांझी सहित अनेकों गणमान्य व्यक्ति उपस्थि थें। मंच का संचालन श्री रमेश पंकज ने किया।
मुख्यमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों ने पटना में जुट हो कर अपने समाज के विषय में चर्चाएं की है इसका संवाद बिहार के लोगों के बीच जाएगा, आप लोगो ने जिन बातों की चर्चा की है, उन सब पर विचार किया जाना आवश्यक है। मुसहर विकास मंच द्वारा जो सुझाव मेरे समक्ष लाए गए हैं वे सभी सुझाव ठीक हैं। इनको पूरा कराने का विचार बिहार सरकार करेगी। पढ़ाई-लिखाई, विकास, अत्याचार, गरीबी इत्यादि से जुड़ी समस्याओं के निदान की चर्चा समस्यामूलक हैं। इन सभी समस्याओं का निदान खोजने का प्रयास कर रहे हैं। हमारी समस्याएं अनन्त है। इनके निराकरण का उपाय होना चाहिए। आप किसी के बहकाबे में न आएं, लोग आपको तरह-तरह से बहकाने की कोशिश करेंगे। व्यवहारिक बात यह है कि सब को इंदिरा आवास दे देने के बाद भी दो, चार, पाॅच वर्षों के बाद पुनः इतना ही आवास देनी होगी। इंदिरा आवास का लाभ ले लें, मगर ऐसी स्थिति पैदा करे कि आने वाली पीढ़ी गरीबी से दूर रहे और वे स्वयं अपने लिए आवास बनाए जाने की क्षमता रखें। हम सब को पढ़ा लिखा देंगे तो वे अपनी योग्यता के बल पर स्वयं अपना आवास बना लेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी इंदिरा आवास नहीं ली । पैसा बचा-बचा कर, बुरी आदतों से दूर रह कर बच्चों को पढ़ाया लिखाया और अपना मकान बनाया। ऐसी स्थिति पैदा करे की इंदिरा आवास लेने की जरूरत ही न पड़े।
दूसरा पहलु यह है कि अपने फर्ज के प्रति जागरूक हों। स्कूलों में शिक्षक ठीक ढंग से पढ़ाये, इसके लिए ग्राम समिति प्रयास करें। सभी धर्म, जाति के गरीब एक वर्ग के हैं, गरीब लगन एवं पूरी मेहनत से शिक्षा की दौड़ में आगे बढ़े, अपना हक प्राप्त करें। गाॅव में स्कूल है तो उसे देखना आपका कर्तव्य है। शिक्षक के स्कूल नहीं आने की सूचना दें। छात्रवृŸिा के लिए 75 प्रतिशत हाजरी का बेैरियर है। छात्रवृŸिा के वितरण में अनियमितता की शिकायत मिलती है। कुछ निहित स्वार्थ के शिक्षकों और समाज के दलाल के चक्कर में अनियमिताएं होती हैं। मैंने दो संस्थाओं से सर्वेक्षण कराया तो पता चला कि 50 प्रतिशत से अधिक अनुसूचित जाति के छात्रों को छात्रवृŸिा नहीं मिल रही है। प्रतिवेदन में यह भी कहा गया है कि छात्रवृŸिा के कारण विद्यालय में बच्चों की संख्या नहीं बढ़ी है बल्कि शिक्षा के प्रति लोगो की भूख जगी है। हर कोई अपने बच्चे को पढ़ा-लिखा कर बड़ा आदमी बनाना चाहता है। गरीब बच्चों की हम हकमारी नहीं होने देंगे। टोला सेवक भी बच्चों की हाजरी पर नजर रखे और देखे की जब बच्चे स्कूल जा रहे हैं तो इनकी हाजरी क्यों नहीं बन रही है। टोला सेवक, विकास मित्रों को इसीलिए बनाया है। उनके मानदेय में वृद्धि की है। दस साल तक के लिए उनकी नौकरी को पक्की की है। बड़े लोगो के बच्चे सरकारी स्कूल के साथ प्राइवेट स्कूल में भी नामांकन कराते हैं फिर भी उनकी हाजरी सरकारी स्कूलों में बन रही है इन सब बातों पर ध्यान दें। शिक्षा के स्तर में गिरावट न आने दे। इसमें गुणवŸाा के लिए आम लोगों की सहयोग की भी अपेक्षा है। शिक्षा ग्रहण कीजिए। प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे विशेषकर बड़े लोगों के बच्चे हैं। शिक्षा ग्रहण कीजिए अपने को जागरूक कीजिए। सबको बिना भेद-भाव के बड़े लोगों की बच्चों की तरह पढ़ा-लिखा दिया जाए तो आरक्षण की जरूरत नहीं रहेगी। आरक्षण को जारी रखने के लिए हर 10 वर्ष पर समीक्षा होती है। आरक्षण समाप्त हो जाए, इसके पहले ही आप योग्य बन जाएं, तो आपको आरक्षण की जरूरत नहीं रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1931 के सर्वेक्षण के अनुसार नौ लाख मुसहर और पाॅच लाख भुइयाॅ की आबादी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय देश की आबादी तैंेतीस करोड़ थी आज आबादी चार गुणा बढ़ गई है। मुसहर की आबादी भी चार गुणा से अधिक बढ़ी है। आबादी का सर्वेक्षण होता है तो हम ध्यान नहीं देते। हमारी जनसंख्या को कम दिखाया जाता है। जनसंख्या का 70 प्रतिशत मतदाता होता है। राजनीति रूपी चाभी को जब तक नहीं अपनाओंगे तब तक आपका विकास नहीं होगा। बाबा साहेब के रास्ते पर चलना होगा। दलितों की बात करें तो हमारी आबादी बहुत अधिक है। उन्होने इस अवसर पर कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया, हम उनके आभारी हैं, उन्होंने हमें इसका मौका दिया। हम इसका लाभ ले रहे हैं। विश्वविद्यालय तक की शिक्षा बालिकाओं के लिए मैंने निःशुल्क कर दिया है। मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत प्रत्येक प्रखंड के पाॅच ग्राम को आदर्श ग्राम के रूप में चयनित करेंगे वहाॅ पर विकास की धारा को बहाएंगे, हर तरह की सुविधा वहाॅ सृजित करेंगे, हर घर में शौचालय होना चाहिए। अपने घर के शौचालय की सफाई करने में लज्जा नहीं लगना चाहिए। पढ़ेगा-लिखेंगा तो गरीब का बेटा डीमोरलाइज नही होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब, ताड़ी से दूर रहें, इस लत से गरीब दलित समाज पर कुप्रभाव पड रहा है। उन्होंने कहा कि शैक्षिक आधार पर विकास करने पर विचार करेंगे। उन्होंने इसके लिए अनुसूचित जाति आयोग को अनुशंसा देने को कहा है। उन्होंने कहा कि आयोग की अनुशंसा पर वे विचार करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में बिहार पहला राज्य है जहाॅ पर डाॅ0 भीमराव अंबेडकर फाउन्डेशन बनाया गया है और इसके लिए बीस करोड़ रुपये और जमीन दे रहे हैं। पर्वत पुरूष दशरथ मांझी के नाम पर कौशल विकास योजना पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने चलाई थी। दशरथ मांझी इंस्टीच्यूट आॅफ लेवर एंड इम्पलाइमेंट संस्था बना दिया है। अलग-अलग तरह की यहाॅ पर ट्रेनिग करा कर कौशल का विकास करेंगे। स्वामी सहजानन्द सरस्वती के नाम पर शोध संस्थान बिहार में बनाएंगे जिसमें किसान मजदूर का समावेश होगा। भुइयाॅ, मुसहर दोनो एक ही हैं। समाज को तोड़ने से नहीं जोड़ने से काम चलेगा।
मुख्यमंत्री ने बसंत के आगमन की शुभ बेला पर मुसहर समाज के लोगों के साथ ढोल बजायी तथा बसंत पंचमी एवं होली की अग्रिम बधाई राज्यवासियों को दी।
समारोह की अध्यक्षता पूर्व मंत्री श्री विश्वनाथ ऋषि ने किया तथा कहा कि उन्होंने अध्यक्ष, महादलित मिशन की हैसियत से 116 बिन्दुओं पर जो अनुशंसा की थी उस पर काम हो जाए तो महादलित समाज का स्वतः कल्याण हो जाएगा। समारोह को विधायक श्री रत्नेश सदा, अनुसूचित जाति के अध्यक्ष श्री विद्यानन्द विकल, बिहार विद्यालय समिति के पूर्व अध्यक्ष श्री ए0के0पी0 यादव, बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्री सत्येन्द्र गौतम मांझी, कंट्री मेैनेजर श्री राजपाल ने भी संबोधित किया। कृषि उत्पादन आयुक्त श्री विजय प्रकाश ने समारोह को संबांेधित करते हुए कहा कि मुसहर समाज में साक्षरता दर बहुत कम है। काॅलेज स्तर में इनकी साक्षरता दर और भी कम है। उन्होने सुझाव दिया कि स्पेस्लाईज्ड क्षेत्र के मजदूरों का प्रमाणीकरण कर दिए जाने से उनकी मजदूरी में बृद्धि होगी। छोटे जानवर यथा चूहे, खरगोश और रेपटाईल पर भी काम होना चाहिए। जिन विषयों में हमारे बच्चे अच्छा नहीं करते उन विषयों को चह्नित कर उनके विशेष कोचिंग की व्यवस्था की जानी चाहिए। समारोह को सचिव ग्रामीण विकास श्री एस0एम0 राजू ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर श्री असरफी सदा, डाॅ0 हुलेस मांझी सहित अनेकों गणमान्य व्यक्ति उपस्थि थें। मंच का संचालन श्री रमेश पंकज ने किया।
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