Monday, 26 January 2015

सभी तबके के गरीबों को हम एक जाति मानकर चलते हैं:- मुख्यमंत्री

पटना, 24 जनवरी 2015:- मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माॅझी ने आज श्रीकृष्ण स्मारक भवन में जननायक कर्पूरी ठाकुर के 91वीं जयंती समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि स्व0 कर्पूरी ठाकुर बिहार के मुख्यमंत्री रहे, जननायक हैं। उन्होंने बताया था कि बिहार किसी एक जाति का नहीं है, यहाॅ पर अस्सी प्रतिशत लोग गरीब हैं। उन्होंने कहा कि वे सभी तबके के गरीबों को एक जमात का मानकर चलते हैं। गरीबी उन्मूलन का प्रयास कर रहे हैं। सब एक होकर काम करेंगे तो गरीबों की भलाई होगी, उनका जीवन स्तर उठेगा। उन्होंने कहा कि रूढ़ीवादिता का प्रकोप गरीबों को ही झेलना पड़ता है। हमें जाति, सम्प्रदाय के बंधन को तोड़ना होगा, परंपरागत बातों से निजात पाना होगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जननायक कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की, उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बातें बहुत हो रही है, बहुत लोग बोलते भी हैं, आवश्यकता है कि जो बात समाज एवं दबे, कुचले, अभिवंचितों के हित में बोली जाय, उसका अनुपालन भी होना चाहिये। हमारे पुरखे, योद्धाओं ने समाज सेवा, गरीबों की सेवा के लिये जो फाॅर्मूला तय किया है, उस पर चलें। गरीब एक हैं, परंपराओं में बॅटे हुये हैं, उन्हें एक होना होगा। उन्होंने कर्पूरी ठाकुर के कीर्तियों पर प्रकाश डालते हुये कहा कि वे समतामूलक समाज का निर्माण चाहते थे। सामाजिक नाइंसाफी को दूर करना उनका संकल्प था। गरीबों एवं अभिवंचितों को समाज की मुख्य धारा से जोड़कर उन्हें विकास की किरण से लाभान्वित करना उनका प्रयास था। वे भारत रत्न की उपाधि को धारण करने के लिये योग्य हैं। स्व0 कर्पूरी ठाकुर के सपने को आगे बढ़ाकर बिहार का विकास कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश-प्रदेश को लोग जिस दिशा में ले जा रहे हैं, जाति, सम्प्रदाय की भावना को बढ़ाकर समाज को तोड़ना चाहते हैं। ऐसी स्थिति में हम सबको संकल्प लेना होगा कि हिन्दुस्तान को बचाना है तो सब बातों को भूलकर हम गरीबों को एक होना होगा, तभी हम भाजपा के चक्के को रोक पायेंगे। उन्होंने केन्द्र में सता ले ली है, अब बिहार पर गिद्ध दृष्टि रखे हुये हैं। भारत के संविधान की प्रतिष्ठा को बचाने एवं सर्वधर्म सद्भाव को कायम रखने के लिये हमलोग अपनी एकता को मजबूत करें। राजनीतिक एवं सामाजिक दृष्टि से हम सब एक हैं। हम एक रहेंगे तो कोई हमारा कुछ बिगाड़ नहीं सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भ्रांतियाॅ फैलायी जा रही है और मेरे एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के बीच मतभेद है कि बात कह कर लोगों को दिग्भ्रमित किया जा रहा है। हमलोगों में कोई मतभेद नहीं है, हमलोग एक हैं। पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने उच्चतम नैतिकता का परिचय देकर इसतीफा दिया और जीतन राम माॅझी पर विश्वास किया। उन्होंने अपने किसी जाति या नजदीकी को मुख्यमंत्री न बनाकर मुझे मुख्यमंत्री बनाया। उन्होंने गरीबों, पिछड़े, दलितों के मान-सम्मान को बढ़ाया। हम उनके इस विश्वास को कभी गिरने नहीं देंगे। बिहार को आगे बढ़ाने के लिये जो भी कुर्बानी देनी होगी, देंगे।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने भी अपने विचारों को रखा और कार्यक्रम के आयोजन के लिये आयोजकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग भी आज कर्पूरी ठाकुर की जयंती मना रहे हैं, जिन्होंने कभी कर्पूरी ठाकुर को सता से बाहर किया था। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद, सरदार बल्लभ भाई पटेल, कर्पूरी ठाकुर को वे हाईजैक कर रहे हैं। उन्होंने केन्द्र सरकार की ओर इशारा करते हुये कहा कि महंगाई घटाने की बात हो रही है, मगर जिस रफ्तार से कच्चे तेल के दाम में गिरावट आयी है, क्या उतना मूल्य पेट्रोल, डीजल का घट पाया है। पेट्रोल का बाजार भाव जिस अनुपात में घटना चाहिये था, उस अनुपात में नहीं हुआ है। उन्होंने जन-धन योजना का जिक्र करते हुये कहा कि प्रत्येक खाताधारी के खाते में पन्द्रह से बीस लाख रूपये देने की बात कही गयी थी। काला धन को स्वदेश लाने का वादा किया गया था, मगर अब तक क्या किसी के खाते में एक पैसा भी आया है। आठ महीने बीत गये, पिछड़ों के लिये क्या किया गया। स्व0 बी0पी0 सिंह की सरकार में पिछड़ों के लिये आरक्षण दिया गया। केन्द्र सरकार अति पिछड़ों के लिये वर्गीकरण कर आरक्षण की व्यवस्था क्यों नहीं कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि वे वही बात बोलते हैं, जिसे उन्होंने करके दिखाया है। राज्य में कानून का राज स्थापित किया। कानून का राज स्थापित करने के लिये हिम्मत, इच्छा शक्ति होनी चाहिये, तभी कानून का राज स्थापित होता है।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने 2012 के 15 अगस्त को कहा था कि राज्य में बिजली की स्थिति में सुधार लायेंगे, तभी वोट माॅगेंगे। भाजपा के साथ गठबंधन उन्होंने सिद्धांत के लिये तोड़ा है। सिद्धांत के साथ समझौता नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि वे मुजफ्फरपुर के सरैया गये थे। सबसे मिले और सबकी बातें सुनी। साजिश के तहत लोगों को लड़ाया जा रहा है। घटना में कोताही की जाॅच हो रही है। दोनों पक्षों को सुना, बड़ी संख्या में बाहर से मोटर पर सवार होकर लेाग आये थे। साजिशकर्ता पाताल में भी बैठा है तो उसे सरकार खोज कर निकालेगी। राज्य सरकार तत्परता से काम कर रही है। उदारतापूर्वक एक-एक पाई का सामान पीडि़तों को लौटाये जायें, इसकी व्यवस्था की गयी है।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि जान की बाजी लगाना हो तो भी लगायें, मगर सम्प्रदायिक सद्भाव को बिगड़ने न दें। हमलोगों का विश्वास प्रेम, भाईचारा, सद्भाव में है। हर कीमत पर प्रेम, सद्भाव को बनाये रखेंगे। महिलाओं को सशक्त करने के लिये आरक्षण की व्यवस्था की। लड़कियों के लिये साइकिल की योजना चलायी, जिससे लोगों के सोंच में बदलाव आया। उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर के सपनों को साकार करने के लिये हम अपनी एकता को इस तरह मजबूती दें, जिस तरह मिलकर काॅपरेटिव सोसायटी के लिये ऊॅचा मकान बनाते हैं। गरीबों के लिये जो कुछ किया जाता है, वह कृपा नहीं, उनका अधिकार है। अपने एवं अपने वर्गहित को पहचानिये। सबको पढ़ायेंगे, ज्ञान होगा, विकास का द्वार खुलेगा।
समारोह की अध्यक्षता जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शरद यादव ने की। इस अवसर पर प्रदेश जदयू अध्यक्ष श्री वशिष्ठ नारायण सिंह, जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी, उद्योग मंत्री श्री भीम सिंह, खाद्य आपूर्ति मंत्री श्री श्याम रजक, सांसद यथा- श्री रामनाथ ठाकुर, श्री अनिल सहनी, श्री गुलाम रसूल बलियावी, श्री अली अनवर, श्रीमती कहकशां परवीन, बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष श्री चन्द्रेश्वर प्रसाद चन्द्रवंशी सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने समारोह को संबोधित किया एवं जननायक कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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